Wednesday, 04 December 2024

शराब ठेकेदारों का 15 दिसंबर को जयपुर में महाकुंभ: प्रदेशाध्यक्ष पंकज धनखड़ ने मद्य संयम नीति पर राज्य सरकार को घेरा


शराब ठेकेदारों का 15 दिसंबर को जयपुर में महाकुंभ: प्रदेशाध्यक्ष पंकज धनखड़ ने मद्य संयम नीति पर राज्य सरकार को घेरा

राजस्थान शराब ठेकेदार यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष पंकज धनखड़ ने राज्य सरकार की मद्य संयम नीति को लेकर तीखा कटाक्ष करते हुए इसे "शराब पिलाओ नीति" करार दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य की आवकारी नीतियों की पालना नहीं होने और शराब की गारंटी बढ़ाए जाने के कारण शराब ठेकेदार भारी आर्थिक कर्ज में डूब गए हैं।

15 दिसंबर को जयपुर में महाकुंभ

शराब ठेकेदारों की समस्याओं के समाधान और छह सूत्रीय मांगों के समर्थन में 15 दिसंबर को जयपुर में शराब ठेकेदारों का महाकुंभ आयोजित किया जाएगा। इस महाकुंभ में प्रदेशभर के ठेकेदार शामिल होकर राज्य सरकार के समक्ष अपनी मांगें रखेंगे।

मद्य संयम नीति पर सवाल

गांधी पार्क, टोंक में जिले के शराब ठेकेदारों की बैठक को संबोधित करते हुए पंकज धनखड़ ने कहा:

  • बढ़ती गारंटी: 2005-06 से सरकार ने शराब की गारंटी हर साल 10-15% बढ़ाई है, जबकि शराब पीने वालों की संख्या आधी रह गई है।
  • भारी जुर्माना: यदि शराब ठेकेदार तय मात्रा में शराब नहीं उठाते, तो उन्हें गारंटी राशि से डेढ़ गुना जुर्माना भरना पड़ता है।
  • आर्थिक संकट: गारंटी पूरी न करने पर ठेकेदारों की संपत्तियां जब्त हो रही हैं और गाड़ियां कुर्क की जा रही हैं, जिससे उनका भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।

छह सूत्रीय मांगे

महाकुंभ में ठेकेदार निम्नलिखित प्रमुख मांगें उठाएंगे:

  1. पुरानी सभी पेनल्टी समाप्त की जाएं।
  2. शराब की दुकानों का समय रात 8 बजे से बढ़ाकर रात 11 बजे तक किया जाए।
  3. गारंटी पूरी करने वाले ठेकेदारों की जब्त धरोहर राशि तुरंत लौटाई जाए।
  4. शराब ठेकेदारों का कमीशन महंगाई के अनुसार 20% बढ़ाया जाए।
  5. शराब ठेकों पर पुलिस का हस्तक्षेप पूरी तरह खत्म किया जाए।
  6. मद्य संयम नीति के तहत शराब की गारंटी 30% तक कम की जाए और दुकानों का नवीनीकरण किया जाए।

सीएम हाउस घेराव की चेतावनी

धनखड़ ने चेतावनी दी कि यदि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती, तो शराब ठेकेदार सीएम हाउस का घेराव करेंगे।टोंक जिलाध्यक्ष विष्णु बचावला ने कहा कि महाकुंभ में जिले के सभी शराब ठेकेदार शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ ठेकेदारों की समस्याओं को हल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

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