राजस्थान शराब ठेकेदार यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष पंकज धनखड़ ने राज्य सरकार की मद्य संयम नीति को लेकर तीखा कटाक्ष करते हुए इसे "शराब पिलाओ नीति" करार दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य की आवकारी नीतियों की पालना नहीं होने और शराब की गारंटी बढ़ाए जाने के कारण शराब ठेकेदार भारी आर्थिक कर्ज में डूब गए हैं।
शराब ठेकेदारों की समस्याओं के समाधान और छह सूत्रीय मांगों के समर्थन में 15 दिसंबर को जयपुर में शराब ठेकेदारों का महाकुंभ आयोजित किया जाएगा। इस महाकुंभ में प्रदेशभर के ठेकेदार शामिल होकर राज्य सरकार के समक्ष अपनी मांगें रखेंगे।
गांधी पार्क, टोंक में जिले के शराब ठेकेदारों की बैठक को संबोधित करते हुए पंकज धनखड़ ने कहा:
महाकुंभ में ठेकेदार निम्नलिखित प्रमुख मांगें उठाएंगे:
धनखड़ ने चेतावनी दी कि यदि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती, तो शराब ठेकेदार सीएम हाउस का घेराव करेंगे।टोंक जिलाध्यक्ष विष्णु बचावला ने कहा कि महाकुंभ में जिले के सभी शराब ठेकेदार शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ ठेकेदारों की समस्याओं को हल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।