राजस्थान को विश्व का प्रमुख निवेश केंद्र बनाने की दिशा में राज्य सरकार ने जयपुर में 9 से 11 दिसंबर तक राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में इस समिट को विशेष और यादगार बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने 10 दिनों तक एक-एक नया संकल्प लेने की पहल की है। मंगलवार को उन्होंने छठा संकल्प लेते हुए घोषणा की कि समिट में प्रदेश के दिव्यांग बच्चों की कला और कौशल को उचित सम्मान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के हुनर और कौशल का प्रदर्शन इस समिट का प्रमुख आकर्षण बनेगा। उन्होंने कहा कि यदि दिव्यांग बच्चों को अपनी प्रतिभा निखारने का पर्याप्त अवसर मिले, तो वे भी अपने कौशल और योग्यता से श्रेष्ठ मुकाम हासिल कर सकते हैं और समाज के लिए प्रेरणा बन सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने राजस्थान के उन दिव्यांग खिलाड़ियों का उल्लेख किया, जिन्होंने पेरिस में आयोजित पैरा ओलंपिक खेलों में पदक जीतकर देश और राज्य का नाम रोशन किया। इनमें अवनी लेखरा, मोना अग्रवाल और सुंदर गुर्जर जैसे नाम प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगजन को तरक्की और समान अवसर प्रदान करने के लिए सतत प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगजन के कल्याण और उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए विशेष योजनाएं लागू कर रही है। राइजिंग राजस्थान समिट इस दिशा में एक अनूठा प्रयास होगा, जहां उनके कौशल और कला को न केवल पहचान मिलेगी बल्कि उन्हें आगे बढ़ने के नए अवसर भी प्रदान किए जाएंगे।
यह समिट न केवल निवेशकों को आकर्षित करेगा, बल्कि सामाजिक समावेशन का एक उदाहरण भी पेश करेगा। मुख्यमंत्री के अनुसार, यह आयोजन राजस्थान की पहचान को वैश्विक स्तर पर स्थापित करेगा और प्रदेश में नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा।
दिव्यांग बच्चों के हुनर का प्रदर्शन,Summit का प्रमुख आकर्षण बनेगा।
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) December 3, 2024
मैं प्रण लेता हूँ की Rising Rajasthan Summit मे हमारे दिव्यांग बच्चों की कला और उनकी कुशलता को सही सम्मान मिलेगा।#RisingRajasthan pic.twitter.com/Dy1PvCNZPn