Thursday, 21 November 2024

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी लोकमंथन 2024 का उद्घाटन, 150 से अधिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी लोकमंथन 2024 का उद्घाटन, 150 से अधिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी

लोकमंथन 2024, एक वैश्विक सांस्कृतिक महोत्सव, का भव्य उद्घाटन 22 नवंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा हैदराबाद में किया जाएगा। इस चार दिवसीय कार्यक्रम का विषय "लोकवलोकन (विचार, व्यवहार, व्यवस्था)" है, जिसका उद्देश्य विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं के बीच विभाजन को समाप्त करना और राष्ट्र बोध को मजबूत करना है।

इस कार्यक्रम में तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा, मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी, संघ प्रमुख मोहन भागवत, और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी सहित कई प्रतिष्ठित नेता हिस्सा लेंगे।

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:

  1. अंतरराष्ट्रीय प्रस्तुतियां:

    • लिथुआनिया, आर्मेनिया, बाली के कलाकार अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे।

    • कुर्दिस्तान के यजीदी समुदाय और रोमानियन समुदाय सूर्य पूजा अनुष्ठान और पारंपरिक प्रदर्शन प्रस्तुत करेंगे।

  2. सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन:

    • अहिल्याबाई होलकर के जन्म की त्रिशताब्दी पर संस्कार भारती द्वारा हिंदी नाटक 'पुण्यश्लोक लोकमाता' की प्रस्तुति होगी।

    • मांड गायिका बेगम बैतूल बानो का भक्ति गायन और मलयालम अभिनेत्री व कुचिपुड़ी नृत्यांगना रचना नारायण कुट्टी की प्रस्तुति 'कला संकर्षणी प्रवेश' कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएगी।

    • तेलंगाना के कलाकारों की जुगलबंदी और आर्मेनियन कलाकारों की संगीत प्रस्तुति भी विशेष आकर्षण होंगे।

  3. प्रदर्शनी का उद्घाटन:

    • 21 नवंबर को पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे, जिसमें काकतीय और विजयनगरम साम्राज्यों और भारतीय जनपद संस्कृति की विरासत को दर्शाया जाएगा।

    • इस प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, और तेलंगाना जैसे 10 राज्यों के मंडप होंगे।

  4. तकनीकी सत्र और मंथन:

    • लोकजीवन दृष्टि, विज्ञान, अर्थशास्त्र, साहित्य, पर्यावरण, न्याय और विकास जैसे विषयों पर 150 से अधिक तकनीकी सत्र आयोजित होंगे।

    • इन सत्रों में प्रख्यात विद्वान, विचारक, शोधकर्ता, कलाकार और कार्यकर्ता शामिल होंगे।

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य भारतीय सभ्यता की विविधता को अपनाना और एकता को मजबूत करना है। लोकमंथन भारतीय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करता है। डॉ. रवींद्र भारती ने कहा कि लोकमंथन 2024 का उद्देश्य एक ऐसा विमर्श विकसित करना है, जो समाज में व्याप्त विभाजन को समाप्त कर भारतीय एकता और राष्ट्रबोध को सुदृढ़ करे।

लोकमंथन का आयोजन प्रत्येक दो वर्ष में किया जाता है। इसका पहला संस्करण 2016 में भोपाल, दूसरा 2018 में रांची, और तीसरा 2022 में गुवाहाटी में हुआ था। लोकमंथन 2024 इस श्रृंखला का चौथा संस्करण है।

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