विद्याधरनगर में चल रही श्रीराम कथा में बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने शिरकत की और हिंदुत्व, धर्म विरोध और कश्मीरी पंडितों के दर्द पर खुलकर अपने विचार व्यक्त किए। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हिंदुत्व पर विश्वास करना चाहिए, न कि अंधविश्वास या किसी व्यक्ति विशेष पर। उन्होंने कहा, "मुझ पर भी भरोसा मत करो, आपको केवल हिंदुत्व पर भरोसा करना है। आज चीलगाड़ी और हवाई जहाज वाले धर्म को नहीं बचा सकते, इसलिए मैंने गांव-गांव जाकर लोगों को गले लगाने और कथा सुनाने का संकल्प लिया है।" मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने धीरेंद्र शास्त्री से मुलाकात की।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, "हम कम रो पाते हैं क्योंकि हमें कश्मीरी पंडितों और बांग्लादेशी हिंदुओं का दर्द दिखाई पड़ता है। हमारी आंखों में आंसू नहीं, बल्कि धर्म विरोधियों को बिखेरने के लिए खून खौलता है।" इस बयान के साथ उन्होंने धर्म के प्रति आस्था और समर्पण की जरूरत पर बल दिया।
धीरेंद्र शास्त्री ने अपने भक्तों को चमत्कार के बारे में पूछे जाने पर जवाब देते हुए कहा, "हमारा चमत्कार हमारे गुरुजी, रामभद्राचार्य जी का ही चमत्कार है। भगवान का चमत्कार ही हमारा चमत्कार है।" उन्होंने कहा कि वह चमत्कार से दूर हैं और केवल अपने गुरु और भगवान की शिक्षाओं को मानते हैं।
श्रीराम कथा में पं. धीरेंद्र शास्त्री की यह प्रेरक बातें हिंदुत्व की महत्ता और धार्मिक अनुशासन के प्रति जागरूकता का संदेश देती हैं।