जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित रामकथा के दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की उपस्थिति में दावा किया कि उनके सुझाव पर ही राजस्थान में ब्राह्मण मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा, "जब राजस्थान की बागडौर किसे दी जाए, इस पर चर्चा हो रही थी, तो मैंने ऊपर वालों को संकेत दिया था कि इस बार राजस्थान की सत्ता ब्राह्मण को दी जाए।"
रामभद्राचार्य ने गलता पीठ विवाद पर भी मुख्यमंत्री से चर्चा की। उन्होंने कहा, "गलता गद्दी रामानंदियों की है। इस पर कोर्ट ने भी फैसला दे दिया है, इसलिए इसे जल्दी से कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर हमें दे दी जाए। यही मेरी दक्षिणा है।" इस पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आश्वासन दिया, "गुरू जो कहता है, वो बात पूरी होगी।"
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को विद्याधरनगर स्टेडियम में परम पूजनीय जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज द्वारा प्रस्तुत श्रीराम कथा का श्रवण किया और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री शर्मा ने इस अवसर पर भगवान श्रीराम की भव्य आरती में भी सम्मिलित होकर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और मंगलमय जीवन की प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य के प्रति गहरी श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा कि उनका पूरा जीवन मानवता और समाज कल्याण को समर्पित है। अयोध्या के नव्य और भव्य राम मंदिर निर्माण में उनका योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, “ऐसे महान संत का पावन सानिध्य प्राप्त होना मेरे और प्रदेशवासियों के लिए सौभाग्य की बात है।”
जगद्गुरु रामभद्राचार्य की श्रीराम कथा का आयोजन विद्याधरनगर स्टेडियम में हो रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होकर श्रीराम कथा का आनंद ले रहे हैं और अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में प्रेरित कर रहे हैं।