देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र में भारी उपद्रव और हंगामा हुआ। नरेश मीणा के समर्थकों ने उनकी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए पुलिस की गाड़ियों को रोकने की कोशिश में चक्का-जाम कर दिया। समरावता गांव की सड़कों पर टायर जलाए गए, वहीं पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
उपद्रवियों ने पुलिस पर हल्का पथराव भी किया और टोंक से सवाई माधोपुर जाने वाले नेशनल हाईवे-116 पर अलीगढ़ कस्बे के पास जाम लगा दिया। यहां प्रदर्शनकारियों ने कवरेज कर रहे पत्रकारों पर हमला कर उनके कैमरे तोड़ दिए।
देवली-उनियारा क्षेत्र के समरावता गांव ने हाल ही में हुए उपचुनाव में मतदान का बहिष्कार किया था। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा इस विरोध के दौरान ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे थे। इसी दौरान उन्होंने अधिकारियों पर जबरन मतदान करवाने का आरोप लगाया और एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया।
वोटिंग के समय खत्म होने के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने पोलिंग पार्टियों को रोकने की कोशिश की। इस दौरान SP विकास सांगवान की गाड़ी भी तोड़ दी गई। रात करीब 9.30 बजे पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में लिया, लेकिन मीणा के समर्थकों ने पुलिस जवानों को घेरकर उन्हें छुड़ा लिया।
पुलिस के लाठीचार्ज करने पर समर्थक और भी भड़क गए और पथराव व आगजनी की घटनाएं शुरू हो गईं। इस बवाल में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए, जिनमें 10 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। गुरुवार सुबह 9.30 बजे नरेश मीणा अचानक समरावता गांव पहुंचे और पुलिस पर मारपीट के आरोप लगाए। दोपहर 12 बजे पुलिस ने उन्हें दोबारा गिरफ्तार कर लिया।