राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया द्वारा चुनावी सभाओं में ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ जैसे बयान के उपयोग पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि प्रदेश में इस तरह की घृणा और भय फैलाने वाले बयानों पर संज्ञान लेते हुए भाजपा और पूनिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। जूली ने भाजपा नेताओं को चेतावनी दी कि वे समाज में नफरत का जहर फैलाने से बचें।
टीकाराम जूली ने कहा कि देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की चुनावी सभा के दौरान सतीश पूनिया ने ऐसा बयान देकर प्रदेश में घृणा और अराजकता फैलाने का प्रयास किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा, उपचुनावों में संभावित हार को देखते हुए, मतदाताओं को भयभीत और गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव विचारधारा और विकास के मुद्दों पर लड़ा जाना चाहिए, लेकिन भाजपा घृणा और भय का माहौल बनाकर समाज को बांटने की राजनीति कर रही है। उन्होंने टोंक जिला प्रशासन से पूनिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की और प्रशासन की निष्क्रियता की आलोचना की। जूली ने कहा कि राज्य की जागरूक जनता भाजपा की घृणास्पद राजनीति को समझ रही है और इस तरह के नारे लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले पर त्वरित कार्रवाई की अपील की।