नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आगामी सात सीटों पर हो रहे विधानसभा उपचुनावों में भाजपा की हार का दावा किया है। उनका कहना है कि बीजेपी को जनता ने हराने का मन बना लिया है, और सरकार के मंत्री केवल बातें कर रहे हैं, काम कुछ नहीं किया गया है। जूली ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो सरकार अपने 10 महीनों के कामों के आधार पर चुनाव लड़े।
उपचुनावों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) के शिलान्यास पर बोलते हुए जूली ने कहा कि यह कांग्रेस सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है और वे शिलान्यास के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उपचुनावों के बीच इसका शिलान्यास नैतिक रूप से गलत है और आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्होंने इसे लेकर प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है और मांग की है कि शिलान्यास 13 नवंबर के बाद किया जाए।
शिलान्यास के समय पर उठाए सवाल:
नेता प्रतिपक्ष जूली ने चुनाव आयोग से भी हस्तक्षेप की मांग की है, यह आरोप लगाते हुए कि राज्य सरकार 27 अक्टूबर को जयपुर के समीप दादिया गांव में जनसभा की आड़ में ईआरसीपी का शिलान्यास कराकर उपचुनाव में राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है। जूली ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री कार्यालय चुनाव के दौरान शिलान्यास की अनुमति देता है, तो यह उनकी गरिमा पर सवाल खड़ा करेगा।
भाजपा की हार का दावा:
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने यह भी कहा कि सात सीटों पर हो रहे उपचुनावों में भाजपा एक भी सीट नहीं जीतेगी। उन्होंने भाजपा पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की प्रचंड जीत से घबराकर भाजपा राजनीतिक हथकंडों का इस्तेमाल कर रही है, लेकिन जनता अब समझ चुकी है और भाजपा को हराने का मन बना चुकी है।