मध्यप्रदेश में हो रही लगातार भारी बारिश के चलते चम्बल नदी के सबसे बड़े बांध, गांधी सागर के गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। इसके चलते राजस्थान के राणा प्रताप सागर बांध, जवाहर सागर बांध, और कोटा बैराज के गेट भी खोलने पड़े। कोटा बैराज से फिलहाल 78 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे जल स्तर नियंत्रित किया जा सके।
रविवार को गांधी सागर बांध से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण रावतभाटा स्थित राणा प्रताप सागर बांध के दो गेट भी खोल दिए गए। यहां से भी 78 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। पानी छोड़े जाने से पहले चंबल माता की पूजा-अर्चना की गई और सायरन बजाकर आसपास के लोगों को सूचित किया गया, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। राणा प्रताप सागर बांध पर पिछले साल स्काडा सिस्टम शुरू किया गया था, जिससे गेट कंप्यूटर का बटन दबाकर खोले गए।
हालांकि राजस्थान में इस समय बारिश का दौर थम चुका है, लेकिन फिर भी बांसवाड़ा में स्थित माही बांध और कोटा बैराज ओवरफ्लो हो रहे हैं। इसका मुख्य कारण मध्यप्रदेश में हो रही भारी बारिश है, जिससे आने वाला पानी राजस्थान के बांधों में पहुंच रहा है। इसी वजह से बांसवाड़ा के माही बांध के आठ गेट और कोटा बैराज के दो गेट खोलने पड़े। माही बांध के आज भी दो गेट खुले हुए हैं, जिससे पानी की निकासी की जा रही है।