Sunday, 29 September 2024

कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने आरएएस परीक्षाओं पर लगाए गंभीर आरोप, सीबीआई जांच की मांग


कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने आरएएस परीक्षाओं पर लगाए गंभीर आरोप, सीबीआई जांच की मांग

कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा ने आरएएस परीक्षा 2018 और 2021 में पेपर लीक और धांधली का आरोप लगाते हुए, इनकी सीबीआई जांच की मांग की है। मीणा ने आरोप लगाया कि आरएएस-2018 के टॉपर (रोल नंबर 809244) को पेपर पहले से मिल गया था और उसकी उत्तर पुस्तिकाएं संदेहास्पद थीं, जिसमें तीन घंटे में इतनी सुंदर और विस्तृत लेखनी संभव नहीं थी।

कृषि मंत्री डॉ.मीणा ने इसमें पूर्व आरपीएससी चेयरमैन दीपक उप्रेती, शिव सिंह राठौड़, और संजय क्षोत्रिय की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने सोमवार को सीएमओ में जाकर सीएम के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल को पेपर लीक से संबंधित दस्तावेज सौंपे।

कृषि मंत्री डॉ.मीणा ने आरोप लगाया कि परीक्षा की कॉपियां एमडीएस विश्वविद्यालय अजमेर में रखी गई थीं और इनकी जांच में गंभीर अनियमितताएं हुई थीं। शिव सिंह राठौड़ द्वारा अपनी चहेती फर्म को कॉपी जांचने का काम दिया गया, और सीसीटीवी कैमरे बंद होने के बीच मात्र 18 दिनों में कॉपियां जांच दी गईं।

कृषि मंत्री डॉ.मीणा ने आरएएस परीक्षा 2018 में व्यापक धांधली का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि परीक्षा समन्वयक शिव सिंह राठौड़ ने अपने करीबी लोगों को बैकडोर से कॉपियां दोबारा चेक कराने का मौका दिया। जिन अभ्यर्थियों ने पहले कुछ सवाल नहीं हल किए थे, उन्हें बाद में हल करके कॉपियां फिर से जमा करने का मौका मिला। इन अभ्यर्थियों ने दावा किया कि उनके कुछ सवाल चेक नहीं हुए थे, और इस दावे को मानते हुए शिव सिंह राठौड़ ने उनकी कॉपियां दोबारा चेक करवा कर उन्हें नंबर दिलवाए।

टॉपर को 7 दिन पहले मिला पेपर

कृषि मंत्री डॉ.मीणा ने आरोप लगाया कि आरएएस-2018 के टॉपर को परीक्षा से 7 दिन पहले ही पेपर मुहैया करवा दिया गया था। इस घोटाले में पूर्व आरपीएससी चेयरमैन दीपक उप्रेती और शिव सिंह राठौड़ की संलिप्तता थी। उन्होंने बताया कि दीपक उप्रेती की पत्नी स्टेप बॉय स्टेप स्कूल (वर्तमान में जयश्री पेड़ीवाल स्कूल) में वाइस प्रिंसिपल थीं, और टॉपर अभ्यर्थी उसी स्कूल में पढ़ता था। टॉपर और उप्रेती के पारिवारिक संबंध थे, और इसका फायदा उठाकर इस अभ्यर्थी ने न केवल खुद बल्कि अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी आरएएस परीक्षा में पास कराया था।

कृषि मंत्री डॉ.मीणा ने आरएएस मुख्य परीक्षा में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कहा कि लोक प्रशासन विषय के तृतीय पेपर (65 अंक) की जांच अनुभवहीन शिक्षकों द्वारा करवाई गई। इस पेपर के लिए आरके चौबीसा, जो ओटीएस से सेवानिवृत्त थे, को हेड कॉर्डिनेटर बनाया था।

कृषि मंत्री डॉ.मीणा ने का आरोप है कि लोक प्रशासन जैसे महत्वपूर्ण विषय की जांच विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों की बजाय प्राइवेट कॉलेजों के अनुभवहीन लेक्चरर को दी गई। रीटा माथुर को रूम इंचार्ज बनाया गया, और अन्य लेक्चरर जैसे मनीषा माथुर, इंदु शर्मा, अर्चना मिश्रा, रूपाली भदोरिया, पवन शर्मा, और प्रीति अग्रवाल को मुख्य परीक्षा की कॉपियां जांचने की जिम्मेदारी दी गई।

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