जयपुर में राज्य सरकार के "शुद्ध आहार-मिलावट पर वार" अभियान के तहत एक बड़ी कार्रवाई में खाद्य सुरक्षा विभाग ने 1000 किलो नकली पनीर जब्त किया है। यह पनीर अलवर से जयपुर लाया जा रहा था और शहर के कई रेस्टोरेंट और ढाबों पर सप्लाई किया जाना था। चार दिनों की लगातार निगरानी के बाद, 21 सितंबर को अलवर से रवाना हुए इस पनीर को शनिवार की आधी रात को पकड़ा गया।
खाद्य सुरक्षा विभाग के अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा की नेतृत्व में टीम ने नकली पनीर को जब्त किया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी दीपक सिंधी, अवधेश गुप्ता और नंदकिशोर कुमावत ने यह कार्रवाई की। जानकारी के अनुसार, पनीर रामगढ़, अलवर से लाया गया था, जिसे जयपुर में श्याम पनीर नाम की दुकान पर सप्लाई होना था। इस नकली पनीर की पहचान दूध में से फैट निकाल कर उसमें रिफाइंड ऑयल मिलाने से हुई थी।
खाद्य सुरक्षा टीम ने चार दिनों तक निगरानी की, जिसके बाद नकली पनीर की गाड़ी को अपेक्स सर्किल से आगे जगतपुरा रोड पर डी-मार्ट के पास पकड़ा गया। इस गाड़ी में 1000 किलो नकली पनीर था, जिसे जयपुर के श्याम पनीर उद्योग में भेजा जा रहा था। पकड़े गए व्यक्ति इरफान मोहम्मद ने बताया कि वह यह पनीर श्याम पनीर को 190 रुपये प्रति किलो की दर से बेचता है, और श्याम पनीर इसे 210 रुपये प्रति किलो की दर से जयपुर के कई प्रतिष्ठित होटल और रेस्टोरेंट्स में सप्लाई करता है।
इस पनीर के निर्माण में इस्तेमाल किया गया सपरेटा दूध, जिसमें से फैट निकाल लिया गया था, और उसकी जगह रिफाइंड ऑयल मिलाया गया था। यह पनीर स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। अधिकारियों ने बताया कि इस तरह का पनीर जयपुर में पहले भी कई बार सप्लाई हो चुका है, और इसे बड़ी मात्रा में शहर के रेस्टोरेंट्स और ढाबों पर बेचा जाता था।
पनीर के सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। खाद्य सुरक्षा विभाग ने यह भी कहा कि नकली और मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ अभियान को और तेज किया जाएगा ताकि शहर में शुद्ध और सुरक्षित आहार की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।