Friday, 20 September 2024

साईकल पर लोकतन्त्र की सेहत का संदेश, वर्ल्ड बाइसिकल डे पर विशेष: देश के प्रमुख से गरीब इंसान इसको चला सकता है साईकल: दिनेश श्रीमाली


साईकल पर लोकतन्त्र की सेहत का संदेश, वर्ल्ड बाइसिकल डे पर विशेष:  देश के प्रमुख से गरीब इंसान इसको चला सकता है साईकल: दिनेश श्रीमाली

वर्ल्ड बाइसिकल डे हर साल 03 जून को मनाया जाता है। इस वर्ष 2024 में यह सातवीं बार मनाया जा रहा है। संयुक्तराष्ट्र की सामान्य सभा ने वर्ष 2018 में 03 जून को विश्व बाइसिकल दिवस मनाने की घोषणा की यह प्रस्ताव लाने के पीछे बाइसिकल का आसान होना,किफायती होना, पर्यावरण के नजरिये से साफ और स्वच्छ होना था। प्रदूषण- रहित आविष्कार अपनी विशिष्टता से लम्बे समय तक बिना किसी खर्च के उपयोग किया जाता है। 

मानव प्रगति और उन्नति के प्रतीक के रूप में साइकिल सहिष्णुता आपसी समझ और सम्मान और सामाजिक समावेश की संस्कृति को दर्शाता है। एक देश के प्रमुख से एक गरीब इंसान इसको चला सकता है।


उदयपुर बडगांव रामगिरी निवासी दिनेश श्रीमाली
उदयपुर बडगांव रामगिरी निवासी दिनेश श्रीमाली

साइकिल पर लोकतंत्र की सेहत बनाने का संदेश

सुबह की सैर इंसान की सेहत के लिए तो फायदेमंद है ही, लेकिन एक सरकारी अधिकारी ने इसे लोकतंत्र की सेहत बनाने का जरिया भी बनाया है। साइकिल मेन के नाम से मशहुर उदयपुर बडगांव रामगिरी निवासी दिनेश श्रीमाली वे नियमित सुबह 4 से 6 बजे तक घर से फतहसागर पर साईकल चलाने जाते है नियमित दो घण्टे तक 25 -30 किलोमीटर साईकल चलाते है साथ ही सत्ताह के दो दिन नौकरी पर ऑफिस भी साईकिल से जाते है। 

दिनेश श्रीमाली ने बताया कि 6 मार्च 2022 को 100 किलोमीटर साईकल चला कर मिरन्डा कम्पनी से कॉस्य पदक भी जीता था उन्होंने कहा कि वह साइकिल चला कर लोगों को मतदान के लिए जागरूक भी करते हैं। बड़गांव के ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी दिनेश चंद्र श्रीमाली प्रतिदिन फ़तेहसागर, बड़ी, रानी रोड, चेटक, सर्किल, देहली गेट, हाथीपोल, कोर्ट चौराहा, सुखाड़िया सर्किल, फ़तेहपुरा आदि क्षेत्र में साइकलिंग करते हैं। इस दौरान अपनी टी-शर्ट पर दोनों ओर मतदान करने की प्रेरणा देते हुए स्लोगन लिखे रहते हैं। । दिनेश श्रीमाली जी के पुत्र डाक्टर है उन्होंने अपने पुत्र को कहा कि वह कभी भी जीवन में मरीजों का इलाज निशुल्क करे।

उदयपुर निवासी दिनेश श्रीमाली ने बताया कि बाइसिकल चलाने के कई फायदे है। बाइसिकल चलाने से कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है, जैसे हार्ट अटैक, कुछ कैंसर के प्रकारों से, मोटापे से, मधुमेह से घातक बीमारी से, आज के समय में साइकिल को अपने जीवन में ढालकर हर किसी उम्र का व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है। उन्होने बताया कि साइकिल का देश नीदरलैंड्स को दुनिया का बाइ‌सिकल कैपिटल भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यहां की जनसंख्या केवल 1.77 करोड़ है, लेकिन यहां साइकिलों की संख्या 2 करोड़ के करीब है। यानी प्रति व्यक्ति एक साइकिल से भी ज्यादा यहीं के शहर एम्सटरडम के लोग कुछ ज्यादा ही साइकिल फ्रेंडली हैं। यहां के लोग कहीं आने जाने के लिए बाइक या कार से ज्यादा साइकिल को तरजीह देते हैं। यही वजह है कि इसे साइकिलों का देश भी कहा जाता है।

Previous
Next

Related Posts