बारां जिले में करीब 12 दिन पहले थाना छबड़ा अंतर्गत नारायणपुरा के जंगल में कपड़ा व्यापारी से मारपीट एवं ड्राइवर का पत्थर से सिर फोड़ कर कपड़ों से भरी इको कार एवं दस हजार रुपये नगद लूटने की घटना का थाना पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने घटना में शामिल तीन आरोपियों को तलाश कर बापर्दा गिरफ्तार किया है।
एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि घटना के संबंध में प्रताप नगर निवासी व्यापारी जमनालाल जाटव (66) और उसके ड्राइवर रघुवीर जाटव ने थाना छबड़ा पर रिपोर्ट दी कि वह गांव-गांव जाकर साड़ी, लुगड़ी और पेटीकोट बेचने का काम करता है। आज वह अपने ड्राइवर के साथ नारायणपुरा गांव गया था। जहां कपड़े बेच शाम करीब 5:00 बजे गांव पटना के लिए निकले। रास्ते में 25 से 30 साल के चार अज्ञात नकाबपोश लड़के मिले।
उन लड़कों ने कार का आगे का शीशा पत्थर से फोड़ कर उन्हें रुकवा लिया और नीचे उतारकर मारपीट की। ड्राइवर के सिर पर पत्थर मारा, जिससे खून निकल आया। उसके बाद बदमाश उसकी कार मय कपड़े तथा गाड़ी में रखा बैग जिसमें 10 हजार रुपये थे, लूट कर भाग गए। रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी चौधरी द्वारा आरोपियों की तलाश के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चौधरी व सीओ जयप्रकाश अटल के सुपरविजन एवं एसएचओ राजेश कुमार खटाना के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। तलाश के दौरान टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि लूटी गई इको कार अकलेरा की तरफ से नारायणपुरा की तरफ आ रही है।
अंधेरी नदी की पुलिया खेरखेड़ा नाथूराम के पास गठित टीम द्वारा नाकाबंदी की गई। इसी दौरान सन्दिग्ध बिना नंबरी ईको कार में बैठे तीन युवक भागने का प्रयास करने लगे, जिन्हें डिटेन किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम पता गांव नारायणपुरा निवासी धर्मराज उर्फ धर्मा भील पुत्र राम रतन (23), राहुल उर्फ नेवा पुत्र परमानंद (23) एवं नेनक राम भील पुत्र छोटू लाल (20) बताया।
गाड़ी की तलाशी में एक नंबर प्लेट मिली जो कपड़ा व्यापारी से लूटी गई कार के थे। पूछताछ में आरोपियों ने कार व्यापारी से लूटना स्वीकार कर लिया। इस पर वाहन जप्त कर तीनों मुलजिमों को पुलिस ने बापर्दा गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की टीम अब इनसे घटना में शामिल अन्य मुलजिमों तथा कार में भरे कपड़ों के बारे में पूछताछ कर रही है।