बारां जिले की नगर पालिका छबड़ा में हुए 43.79 लाख के गबन का थाना पुलिस ने साइबर सेल के सहयोग से खुलासा कर आरोपी सुनील वर्मा पुत्र किशन (23) निवासी संजय बस्ती, थाना मोती डूंगरी, जयपुर को दुर्गापुरा से डिटेन कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है। पैसों की तंगी से जूझ रहे आरोपी ने 5 लाख की एवज में अपना खाता उपलब्ध कराया था। थाना पुलिस गबन में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि घटना के संबंध में निवर्तमान अधिशासी अधिकारी नगर पालिका छबड़ा हाल दांता सीकर महेंद्र सिंह चारण ने 29 फरवरी को गबन की रिपोर्ट देते हुए बताया कि कार्य की अधिकता की वजह से उन्होंने नगर पालिका के ऑपरेटर हरिशंकर शर्मा व दीपक को डिजिटल सिगनेचर सर्टिफिकेट दिया था। जिन्होंने इसका दुरुपयोग कर उनकी जानकारी के बगैर 43 लाख 79 हजार 500 का गबन कर खाताधारक सुनील वर्मा के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई।
एसएचओ राजेश कुमार खटाना एवं अनुसंधान अधिकारी लइक अहमद व साइबर सेल प्रभारी जगदीश चंद्र शर्मा की टीम ने लाभान्वित खाताधारक सुनील वर्मा के बैंक स्टेटमेंट की जानकारी प्राप्त कर उसके मकान पर दबिश तो पता चला कि वह एक-दो महीने से घर से फरार है। तकनीकी अनुसंधान की मदद से पुलिस ने मंगलवार को दुर्गापुर क्षेत्र से आरोपी को डिटेन् कर लिया। जिसे पूछताछ में घटना में शामिल होना स्वीकार करने पर गिरफ्तार किया गया।
षडयन्त्र में शामिल होने का कारण
आरोपी सुनील वर्मा एक गरीब परिवार से सम्बंध रखता है। जिसके घर का खर्च उसकी माँ लोगो के घरों में जाकर कपड़े धोने का काम करके चलाती है तथा पिता शराबी है। वर्ष 2018 में आरोपी की बहन के विवाह में 05-06 लाख रूपये का कर्जा हुआ, जिस पर प्रत्येक माह एक बड़ी राशि ब्याज के रूप में परिवार को चुकानी पड़ रही थी।
इस बात की जानकारी रखने वाले सुनील के पूर्व परिचित पंकज नामा ने गबन की राशि खाते में डलवाने की एवज में 05 लाख रूपये की पेशकश की तो इसने तुरन्त स्वीकार कर लिया। सुनील वर्मा से गबन के षडयन्त्र में लिप्त अपराधियों के सम्बंध में अनुसंधान किया जा रहा है। इसमे शामिल अन्य लोगो को नामजद कर शीघ्र ही गिरफ्तार किया जाएगा।