राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा घोषित किए गए हैं। उन्होंने सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। भजनलाल शर्मा मूल रूप से भरतपुर जिले की नदबई गांव अटारी चोला के रहने वाले हैं।उनके पिता हरिचरण शर्मा शिक्षक से सेवानिवृत हुए हैं। पिता भी अटारी चोला गांव के सरपंच रहे हैं और भजनलाल शर्मा भी शुरुआत में अटारी चोला गांव के सरपंच बने थे।
लंबे समय से भजनलाल शर्मा नंदबई विधानसभा क्षेत्र से सामाजिक न्याय मंच से चुनाव लड़े और उन्हें 9074 वोट मिले थे। इसके बाद उन्हें भाजपा युवा मोर्चा का भरतपुर से जिला अध्यक्ष बनाया गया। यही नहीं वे भरतपुर भाजपा के जिला अध्यक्ष रहे और उसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उन्हेंप्रदेश महासचिव बनाया था। इसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक प्रणामी के भी प्रदेश महामंत्री रहेभाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी के भी महामंत्री बने रहे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.सतीश पूनिया ने भी उन्हें महामंत्री बनाया था और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने इन्हें भाजपा का उपाध्यक्ष बनाया था।संघ के करीबी भजनलाल शर्मा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। अमित शाह ने 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की कमान संभाली थी। उस वक्त भजनलाल उनके सहयोगी के रूप में वहां गए थे। तब से ही भजनलाल अमित शाह की कोर टीम में शामिल हो गए। शाह के ही निर्देश पर भजनलाल को सेफ सीट से टिकट दिया गया। सांगानेर से टिकट मांगने वालों ने इस पर आपत्ति भी जताई, लेकिन संगठन ने साफ कहा कि शाह के निर्देश पर भजनलाल को टिकट दिया गया है। सांगानेर सेउन्हें मौजूदा विधायक डॉ अशोक लाहोटी का टिकट काटकर चुनाव लड़ाया गया था। वे 48000 वोटो से चुनाव जीते थे उन्होंने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को चुनाव हराया था।
नामः- भजनलाल शर्मा
उम्र:- 55 वर्ष
पिता का नामः श्री किसन स्वरूप शर्मा
व्यवसायः- कृषि एवं खनिज सप्लाई (निजी व्यवसाय)
योग्यताः- एम.ए. राजनीति विज्ञान
राजनीति में पिछले 34 वर्षों से सक्रिय है।
गांव अटारी तह, नदबई में अपनी प्रारम्भिक शिक्षा पूर्ण कर माध्यमिक शिक्षा के लिए नदबई आये तभी से सौभाग्य से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सम्पर्क में आ गए। नदबई में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई का सक्रिय कार्यकर्ता रहते हुए-
इकाई अध्यक्ष नदबई
इकाई प्रमुख नदबई
सह जिला सयोजक भरतपुर
कालेज इकाई प्रमुख भरतपुर
सह जिला प्रमुख भरतपुर
दयित्वो का निर्वहन करते हुऐ एबीवीपी के 1990 में कश्मीर मार्च में सक्रिय सहभाग रहे तथा लगभग 100 कार्यकर्ताओ के साथ ऊधमपुर तक मार्च कर गिरफ्तारी दी।
1992 में श्रीराम जन्म भूमि आंदोलन में जेल गए।
संगठन की योजना से 1991-92 में भारतीय जनता युवा मोर्चा की जिम्मेदारी मिली। जिसे उत्तोरोत्तर सक्रियता के कारण संगठन के कार्यकर्ताओ ने निरन्तर प्रोत्साहन दिया परिणामतः संगठन में दयित्व बढते गए। 27 वर्ष की उम्र में सरपंच बना तथा लगातार दो बार सरपंच रहे। एक बार पंचायत समिति सदस्य रहे।
मण्डल अध्यक्ष भारतीय जनता युवा मोर्चा नदबई
जिला मंत्री भाजयुमो
जिला उपाध्यक्ष भाजयुमो
जिला महामंत्री भाजयुमो
जिलाध्यक्ष भाजयुमो (तीन बार)
जिला मंत्री भारतीय जनता पार्टी जिला भरतपुर
जिला महामंत्री भारतीय जनता पार्टी जिला भरतपुर
जिलाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी भरतपुर
प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी, राजस्थान
प्रदेश महामंत्री भारतीय जनता पार्टी, राजस्थान (वर्तमान में)