

AICC अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली रामनवमी के दिन मंदिर गए, लेकिन उनके जाने के बाद BJP नेताओं ने मंदिर को गंगाजल से धोया। क्या दलित हिंदू नहीं हैं? क्या ये शर्म की बात नहीं? BJP हमें हिंदू विरोधी कहती है, लेकिन दलितों के साथ उनका व्यवहार क्या दर्शाता है? अगर एक नेता के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम दलितों का क्या हाल होगा?