



भीलवाड़ा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सुशासन, सेवा और संवेदनशीलता राज्य सरकार की कार्य संस्कृति बन चुकी है। बीते दो वर्षों में जनकल्याण और विकास की मजबूत नींव रखी गई है, जिसका लक्ष्य राजस्थान को अग्रणी राज्य बनाना है। मुख्यमंत्री शनिवार को भीलवाड़ा के मांडलगढ़ में आयोजित ग्रामीण समस्या समाधान शिविर का अवलोकन और जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प है कि प्रत्येक नागरिक की समस्या का समाधान समयबद्ध, पारदर्शी और संवेदनशील तरीके से हो। इसी उद्देश्य से ग्रामीण व शहरी सेवा शिविरों के माध्यम से योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन शिविरों में लाखों प्रमाण पत्र, पट्टे, फार्मर रजिस्ट्री, पशु बीमा पॉलिसियां और टीबी स्क्रीनिंग जैसे कार्य किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भीलवाड़ा जिले में 322 करोड़ रुपये से अधिक लागत के 30 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें जीएसएस, स्वास्थ्य केंद्र, विद्यालय, महाविद्यालय और उप-तहसील कार्यालय जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि दो वर्षों में भीलवाड़ा जिले में करीब 2900 करोड़ रुपये के 50 हजार से अधिक विकास कार्य हुए हैं।
श्री शर्मा ने बताया कि सरकार ने शिक्षा, सड़क, बिजली और पानी जैसे बुनियादी क्षेत्रों में अभूतपूर्व कार्य किए हैं। किसानों को दिन में बिजली, जल जीवन मिशन के तहत नल से जल, किसान सम्मान निधि और गेहूं बोनस जैसी योजनाओं से लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार 5 वर्षों में 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने के लक्ष्य पर काम कर रही है और अब तक 92 हजार से अधिक नियुक्तियां दी जा चुकी हैं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों की स्टॉल्स का अवलोकन किया, लाभार्थियों को चेक वितरित किए और दिव्यांगजनों को स्कूटी प्रदान की। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा सहित कई जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।