



राजस्थान की राजनीति में तीखी बयानबाज़ी के बीच भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को खुली चुनौती दी है। डोटासरा द्वारा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को अल्बर्ट हॉल पर खुले मंच से बहस की चुनौती देने के एक दिन बाद राठौड़ ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि यदि कांग्रेस के पास अपनी सरकार के 5 वर्षों से तुलना करने योग्य तथ्य हैं, तो वे सड़क पर नहीं, बल्कि प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत—विधानसभा—में बहस करें।
राठौड़ ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से अनुरोध करेंगे कि आगामी विधानसभा सत्र में भाजपा सरकार के 2 वर्षों और पिछली कांग्रेस सरकार के 5 वर्षों के कार्यकाल पर पूरे दिन की खुली बहस करवाई जाए, ताकि जनता के सामने तथ्य स्पष्ट तौर पर रखे जा सकें।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कांग्रेस नेताओं पर “झूठ का पुलिंदा लेकर घूमने” का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में राज्य के अमूल्य 5 वर्ष आंतरिक खींचतान, सत्ता संघर्ष और जनता की अनदेखी में बर्बाद किए, जबकि आज भाजपा सरकार पारदर्शिता और प्रतिबद्धता के साथ जनता का भरोसा जीत रही है।
राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में इन दो वर्षों में राज्य ने अनेक ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं—
पानी के लिए महत्वपूर्ण समझौते,
ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता,
युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार,
उद्योग, शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस राज में राजस्थान महंगाई, भ्रष्टाचार, पेपर लीक, महिला अत्याचार, बेरोजगारी, दंगे और साइबर अपराध जैसे मामलों में देश में शीर्ष पर था। आज भाजपा सरकार ने इन मुद्दों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए “जनता को कांग्रेस के काले कारनामों से छुटकारा” दिलाया है।
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस की बयानबाज़ी जनता को भ्रमित नहीं कर सकती। “अगर डोटासरा में हिम्मत है, तो वे विधानसभा में तथ्य रखकर बहस करें, ताकि पूरा राजस्थान सच्चाई देख सके।”