Wednesday, 10 December 2025

जेके लोन अस्पताल का औचक निरीक्षण: प्रमुख शासन गायत्री ए. राठौड़ नाराज़, मरीजों से बाहर दवा-जांच लिखने पर सख्त हिदायत


जेके लोन अस्पताल का औचक निरीक्षण: प्रमुख शासन गायत्री ए. राठौड़ नाराज़, मरीजों से बाहर दवा-जांच लिखने पर सख्त हिदायत

राजस्थान में सरकारी हॉस्पिटलों की बिगड़ती व्यवस्थाओं को सुधारने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। इसी क्रम में चिकित्सा विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री ए. राठौड़ ने मंगलवार को जयपुर स्थित जेके लोन अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। अस्पताल के विभिन्न वार्डों का दौरा करते हुए उन्होंने मरीजों की स्थिति, उपचार और उपलब्ध सुविधाओं का बारीकी से जायजा लिया।

निरीक्षण के दौरान चिकित्सा विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री ए. राठौड़ ने भर्ती मरीजों से सीधे बातचीत कर फीडबैक लिया। बातचीत में यह सामने आया कि कई मरीजों को दवाइयाँ और विभिन्न मेडिकल जांचें बाहर से करवानी पड़ रही हैं। इस पर उन्होंने कड़ी नाराज़गी जताते हुए डॉक्टरों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी परिस्थिति में मरीजों को बाहर से दवा या जांच करवाने की पर्ची न लिखी जाए। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराना विभाग की जिम्मेदारी है, और इस संबंध में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

दौरे के दौरान चिकित्सा विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री ए. राठौड़ जब एक सेक्शन में पहुंचीं, तो उन्होंने कुछ स्टाफ सदस्यों को बैठे हुए पाया। पूछताछ में पता चला कि वे ट्रेनिंग के लिए आए हैं। इस पर प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने कड़ी आपत्ति जताई और निर्देश दिए कि ट्रेनिंग के दौरान भी स्टाफ से पूरा काम लिया जाए, ताकि अस्पताल की सेवाएं बाधित न हों। निरीक्षण के दौरान उनके साथ एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी, अस्पताल अधीक्षक डॉ. आर.एन. सेहरा, वरिष्ठ डॉक्टर और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।

इस औचक निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता और कड़ी निगरानी का संदेश पूरे चिकित्सा तंत्र में स्पष्ट रूप से गया है। उम्मीद है कि इन सख्त निर्देशों से जेके लोन सहित प्रदेश के अन्य अस्पतालों की व्यवस्थाओं में सुधार देखने को मिलेगा।

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