



राजस्थान में कैंसर उपचार की सुविधा को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल सेंटर ने राज्य में कैंसर हॉस्पिटल स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है। इसी संबंध में प्रोजेक्ट के कोऑर्डिनेटर शांतिलाल दुगड़ ने जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की और अस्पताल के लिए भूमि आवंटन व सरकारी स्वीकृतियों पर चर्चा की।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने पिछले महीने ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस प्रोजेक्ट के समर्थन में पत्र भेजा है। गौरतलब है कि टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल अणुशक्ति मंत्रालय (Department of Atomic Energy) के अधीन संचालित होता है, और यह मंत्रालय सीधे प्रधानमंत्री के प्रभार में है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार की ओर से सभी आवश्यक प्रक्रियाएं प्रारंभ कर दी गई हैं ताकि प्रोजेक्ट में किसी प्रकार की देरी न हो।
प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर शांतिलाल दुगड़ के अनुसार, प्रस्तावित कैंसर हॉस्पिटल लगभग 600 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा। अस्पताल के लिए भूमि राजस्थान सरकार उपलब्ध करवाएगी, जबकि अस्पताल का निर्माण कार्य अणुशक्ति मंत्रालय करेगा। संचालन एवं प्रबंधन की जिम्मेदारी टाटा मेमोरियल मुंबई के पास रहेगी।
उन्होंने बताया कि टाटा मेमोरियल सेंटर की वर्तमान में देशभर में 8 ब्रांचें संचालित हैं और जयपुर में अस्पताल शुरू होने के बाद यह देश का 9वां कैंसर ट्रीटमेंट सेंटर होगा। इस अत्याधुनिक अस्पताल के शुरू होने से राजस्थान के कैंसर मरीजों को इलाज के लिए मुंबई या अन्य राज्यों की ओर नहीं जाना पड़ेगा। विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को निःशुल्क उपचार उपलब्ध होगा, जिससे राज्य के हजारों परिवार लाभान्वित होंगे। इस प्रोजेक्ट से राजस्थान में कैंसर उपचार के क्षेत्र में नई संभावनाएं खुलेंगी और प्रदेश को एक विश्वस्तरीय कैंसर केयर संस्थान का लाभ मिलेगा।