



अंता। राजस्थान के अंता विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने अपने सबसे बड़े राजनीतिक हथियार मैदान में उतार दिए हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुरुवार को अंता में संयुक्त रोड शो करेंगे। चुनाव प्रचार थमने से ठीक चार दिन पहले भाजपा का यह कदम पार्टी की एकजुटता का मजबूत संदेश माना जा रहा है और विपक्ष के गुटबाजी के आरोपों को जवाब भी।
भाजपा ने विशेष रूप से तैयार रथ पर शीर्ष नेतृत्व को उतारने का फैसला किया है। इसमें सीएम भजनलाल, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, झालावाड़-बारां सांसद दुष्यंत सिंह और भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन मौजूद रहेंगे। पार्टी का लक्ष्य है कि अंतिम दौर में पूरे क्षेत्र में जोश, विश्वास और एकजुटता का माहौल बने और संदेश जाए कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व से लेकर संगठन तक इस चुनाव को गंभीरता से ले रहा है।
उपचुनाव में भाजपा पहले टिकट को लेकर विलंब और आंतरिक मतभेदों की चर्चाओं में घिरी रही थी, लेकिन अब हाईकमान के निर्देश के बाद पार्टी के बड़े नेता संयुक्त रूप से मैदान में कूद चुके हैं। इससे पहले वसुंधरा राजे ने अंता और सीसवाली में कार्यकर्ताओं की बैठक कर मोरपाल के लिए समर्थन जुटाया था, जबकि सांसद दुष्यंत सिंह पिछले दिनों क्षेत्र में सक्रिय थे।
त्रिकोणीय मुकाबले वाले इस चुनाव में भाजपा के मोरपाल सुमन, कांग्रेस के पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय नरेश मीणा मैदान में हैं। 11 नवंबर को मतदान और 14 नवंबर को परिणाम आने हैं। भाजपा इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न मानकर नहीं, बल्कि सत्ता स्थिरता और नेतृत्व का संदेश देने के मौके के रूप में भी देख रही है।
सीएम भजनलाल गुरुवार दोपहर 12 बजे मांगरोल पहुंचेंगे और सुभाष चौक से सिसवाली तिराहे तक रोड शो करेंगे। जगह-जगह ढोल-नगाड़े, फूलों की वर्षा और स्वागत की तैयारी है। राजे ने कार्यकर्ताओं से कहा कि यह चुनाव जन-बल और धन-बल के बीच है — और हर बार की तरह जनता ही जीत को तय करेगी।