Thursday, 23 October 2025

रिश्वत मामले में जेल में बंद न्यूरो सर्जन डॉ. मनीष अग्रवाल अचानक एसएमएस अस्पताल में भर्ती, जांच में सभी रिपोर्ट आईं सामान्य


रिश्वत मामले में जेल में बंद न्यूरो सर्जन डॉ. मनीष अग्रवाल अचानक एसएमएस अस्पताल में भर्ती, जांच में सभी रिपोर्ट आईं सामान्य

जयपुर। एक लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में जेल में बंद एसएमएस मेडिकल कॉलेज के न्यूरो सर्जन डॉ. मनीष अग्रवाल को शनिवार देर रात सीने में दर्द की शिकायत पर अचानक एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जेल प्रशासन ने उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा, लेकिन चिकित्सकीय जांच में उनकी सभी रिपोर्ट सामान्य पाई गईं।

सूत्रों के अनुसार डॉ. अग्रवाल को जेल प्रशासन की अनुशंसा पर आपातकालीन जांच के लिए लाया गया था। हालांकि, अस्पताल प्रशासन को उनकी भर्ती की सूचना समय पर नहीं दी गई, जिससे मेडिकल बोर्ड के गठन में देरी हो गई। बाद में अस्पताल अधीक्षक डॉ. मृणाल जोशी ने बताया कि डॉ. अग्रवाल का इलाज वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. विजय पाठक की देखरेख में किया जा रहा है। रात में मेडिकल बोर्ड का गठन कर दिया गया है, जो रिपोर्ट के आधार पर तय करेगा कि उन्हें अस्पताल में भर्ती रखना है या छुट्टी देना।
अस्पताल में आरोपी डॉक्टर की अचानक और गुपचुप भर्ती को लेकर दिनभर चर्चाओं का माहौल बना रहा। कई डॉक्टरों ने तंज भरे लहजे में कहा कि “पहले तो कभी किसी बीमारी की बात नहीं सुनी… शायद डॉक्टर साहब दीवाली मनाने आए हैं।”

एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी ने कहा, “डॉ. अग्रवाल अस्पताल में भर्ती हुए हैं, इससे अधिक जानकारी अधीक्षक ही दे पाएंगे।” वहीं, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जेल) रूपेंद्र सिंह ने बताया कि “डॉ. मनीष अग्रवाल की तबियत खराब होने पर एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। डॉक्टर उनकी जांच कर रहे हैं और फिलहाल उन्हें छुट्टी नहीं दी गई है।”

डॉ. अग्रवाल को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से वे जेल में न्यायिक हिरासत में हैं। अस्पताल में उनकी भर्ती को लेकर अब जांच एजेंसियां और जेल प्रशासन सतर्क हो गए हैं ताकि किसी प्रकार की अनियमितता न हो।

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