जयपुर। प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना के तहत शुक्रवार को नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (NPG) की 100 वीं बैठक नई दिल्ली में आयोजित हुई, जिसमें जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण (Phase-2) का प्रस्ताव आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से प्रस्तुत किया गया। यह पहली बार है जब जयपुर मेट्रो के विस्तार प्रोजेक्ट में केंद्र सरकार की भागीदारी सुनिश्चित हो रही है।
जयपुर मेट्रो रेल निगम के अधिकारियों के अनुसार, केंद्र से जल्द ही इस परियोजना को औपचारिक मंजूरी मिलने की संभावना है। परियोजना को मंजूरी मिलते ही इस वर्ष के अंत तक कार्य शुरू होने की उम्मीद है। अब तक जयपुर मेट्रो के सभी चार चरणों का व्यय राज्य सरकार ही वहन कर रही थी, लेकिन फेज-2 में केंद्र सरकार की सहभागिता से परियोजना को नई गति मिलने की उम्मीद है।
महत्वपूर्ण स्थानों से गुजरेगी मेट्रो:
बैठक में मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई कि जयपुर मेट्रो फेज-2 एक उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर होगा जो प्रह्लादपुरा से टोडी मोड़ तक 42.8 किलोमीटर लंबा रहेगा। इसमें 36 स्टेशन प्रस्तावित हैं — जिनमें से 34 एलिवेटेड (ऊंचे प्लेटफॉर्म) और 2 अंडरग्राउंड स्टेशन होंगे।
मेट्रो का यह ट्रैक हल्दी घाटी गेट, सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र, एसएमएस अस्पताल, अंबाबाड़ी, और विद्याधर नगर जैसे महत्वपूर्ण स्थानों से होकर गुजरेगा। इससे टोंक रोड, सीतापुरा इंडस्ट्रियल एरिया और जयपुर के प्रमुख विकास क्षेत्रों के बीच संपर्क मजबूत होगा।
इस कॉरिडोर को चांदपोल स्टेशन पर चालू पूर्व-पश्चिम मेट्रो लाइन से और जयपुर जंक्शन मेट्रो स्टेशन पर एक फुटओवर ब्रिज के माध्यम से जोड़ा जाएगा। इससे यात्रियों को आसान इंटरचेंज सुविधा मिलेगी और शहर में यातायात की भीड़भाड़, प्रदूषण और ईंधन खपत में उल्लेखनीय कमी आएगी। यह परियोजना न केवल जयपुर शहर बल्कि आस-पास के उपनगरीय क्षेत्रों के यात्रियों को भी लाभान्वित करेगी। टोडी मोड़ स्टेशन चौमूं क्षेत्र के यात्रियों के लिए उपयोगी रहेगा, जबकि रिंग रोड के पास स्थित प्रह्लादपुरा स्टेशन चाकसू और आस-पास के इलाकों के लोगों को सुविधा प्रदान करेगा।