जयपुर। जयपुर ग्रामीण पुलिस ने कृषि क्षेत्र में धोखाधड़ी का बड़ा मामला उजागर किया है। चौमूं के सामोद थाना क्षेत्र के डेहरा गांव में चल रही नकली लिक्विड यूरिया बनाने वाली फैक्ट्री पर पुलिस ने छापा मारकर बड़ी कार्रवाई की। इस संयुक्त अभियान में जयपुर ग्रामीण डीएसटी टीम और सामोद थाना पुलिस शामिल थी। मौके से नकली यूरिया खाद से भरे 15 कट्टे जब्त किए गए, जिन्हें मौके पर ही ग्राम सेवा सहकारी समिति जाटावाली मालेरा के सुपुर्द कर दिया गया।
पुलिस के अनुसार, इस अवैध फैक्ट्री का संचालन सुरेश चंद योगी पुत्र रामस्वरूप जोगी, निवासी कुम्हारों का मोहल्ला, विराटनगर द्वारा किया जा रहा था।वह बिना किसी अनुमति या लाइसेंस के लिक्विड यूरिया तैयार कर बाजार में इसकी आपूर्ति कर रहा था।छापेमारी के समय फैक्ट्री में यूरिया मिश्रण, केमिकल और पैकिंग सामग्री पाई गई।
कार्रवाई के दौरान कृषि विभाग की अधिकारी अनीता चौधरी भी मौके पर मौजूद रहीं।उन्होंने पूरे गोदाम का निरीक्षण किया और जब्त यूरिया के नमूने लेकर लैब परीक्षण हेतु भेजे।अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह यूरिया मानक गुणवत्ता से भिन्न और हानिकारक पाया गया है।
गोविंदगढ़ सीओ राजेश जांगिड़ ने बताया कि पुलिस अब यह पता लगा रही है कि नकली यूरिया की आपूर्ति किन जिलों और दुकानों तक की जा रही थी।संभावना जताई जा रही है कि इस गिरोह ने किसानों को धोखे में रखकर बड़े पैमाने पर सप्लाई चेन बनाई थी। पुलिस ने फैक्ट्री संचालक सुरेश चंद योगी के खिलाफ मामला दर्ज कर पूरे नेटवर्क की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस और कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे किसी भी अनधिकृत विक्रेता से खाद या लिक्विड यूरिया न खरीदें और संदेहास्पद उत्पाद की सूचना तुरंत कृषि विभाग या स्थानीय पुलिस को दें।