मुंबई: इंडियन प्रीमियर लीग फ्रैंचाइज़ी मुंबई इंडियंस ने आज पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ और सफल कोच लीसा काइटली को अपनी महिला टीम का मुख्य कोच नियुक्त करने की औपचारिक घोषणा की। 1997 और 2005 की ऑस्ट्रेलियाई विश्व कप विजेता टीमों का हिस्सा रहीं काइटली न सिर्फ एक सफल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर रहीं, बल्कि कोचिंग में भी वे उच्चतम स्तर पर काम कर चुकी हैं — उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों महिला टीमों में कोचिंग की है और इंग्लैंड की पूर्णकालिक मुख्य कोच बनने वाली पहली महिला के रूप में भी उनका नाम दर्ज है।
काइटली के कोचिंग पोर्टफोलियो में WBBL, द हंड्रेड और WPL जैसी प्रमुख फ्रैंचीज़ी प्रतियोगिताओं में कोचिंग का भी व्यापक अनुभव शामिल है। हाल ही में उन्होंने द हंड्रेड में नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स को महिला खिताब जितवाया — ये उपलब्धि उनके तर्कशक्ति और रणनीतिक समझ का ताज़ा सबूत है। मुंबई इंडियंस महिला टीम ने WPL के सिर्फ पहले तीन सत्रों में से दो बार खिताब जीता है (2023 और 2025) और फ्रैंचाइज़ी का लक्ष्य अब और ऊँचा है — ऐसे में काइटली की नियुक्ति को टीम के लिए एक ‘दूरदर्शी’ कदम माना जा रहा है।
मुंबई इंडियंस की सह-मालकिन नीता एम. अंबानी ने कहा, “हमें लीसा काइटली का मुंबई इंडियंस परिवार में स्वागत करते हुए बेहद खुशी हो रही है। लीसा ने अपने जुनून से क्रिकेट की कई पीढ़ियों को प्रेरित किया है। उनका आगमन मुंबई इंडियंस के लिए एक रोमांचक व नया अध्याय है क्योंकि हम और ऊँचा उड़ने के लिए तैयार हैं।”
लीसा काइटली ने घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मुंबई इंडियंस में शामिल होना सम्मान की बात है, एक ऐसी टीम जिसने WPL में कई मानक स्थापित किए हैं। मैं टीम के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूँ ताकि हम अपनी सफलता को और आगे बढ़ा सकें और मैदान के अंदर और बाहर नई पीढ़ी को प्रेरणा देते रहें।”
खिलाड़ी जीवन और आँकड़े: काइटली को एक स्टाइलिश सलामी बल्लेबाज़ के रूप में जाना जाता है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 9 टेस्ट, 82 वनडे और 1 टी20 मैच खेलकर ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया। अब वे अपने वृहद अनुभव, अंतरराष्ट्रीय कोचिंग पृष्ठभूमि और फ्रैंचाइज़ी क्रिकेट में रणनीतिक समझ को मुंबई इंडियंस के युवा प्रतिभाओं के विकास और टीम की भविष्य की योजनाओं में लगाएंगी।