जयपुर। प्रदेश कांग्रेस आलाकमान ने बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन का निलंबन समाप्त कर उनकी पार्टी में वापसी को औपचारिक मंजूरी दे दी है। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने 22 नवम्बर के आदेश द्वारा मेवाराम जैन के सस्पेंशन समाप्त करने का पत्र जारी किया, जिसे गुरुवार को मेवाराम को सौंप दिया गया।
पूर्व विधायक मेवाराम जैन की वापसी से स्थानीय कांग्रेस काफ़ी सक्रिय हो गई है क्योंकि वे 2008 से 2023 तक बाड़मेर से लगातार तीन बार विधायक रहे हैं और क्षेत्रीय सियासी प्रभाव रखते हैं।
यह निर्णय उस पृष्ठभूमि पर आया है जब 2023 में वायरल हुई कथित अश्लील सीडी के मामले के बाद पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था। बाद में उनके खिलाफ दर्ज गैंगरेप व POCSO_ACT सम्बंधी एफआईआर की जांच में आरोप झूठे साबित हुए और उच्चतम न्यायालय/उच्च न्यायालय ने पूर्व विधायक मेवाराम के पक्ष में फैसला सुनाया — इस नतीजे के बाद उनकी कांग्रेस में वापसी अब महज औपचारिकता बनी हुई थी।
पूर्व विधायक मेवाराम ने पिछले कई महीनों में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा से भी कई बार मुलाकातें कीं और जून 2025 में अनौपचारिक बातचीत में अपने 50 साल पुराने कांग्रेस जुड़ाव का हवाला देकर वापसी की मांग की थी। कांग्रेस आलाकमान द्वारा निलंबन समाप्त करने के आदेश के साथ अब मेवाराम जैन औपचारिक रूप से पार्टी गतिविधियों में शामिल हो सकेंगे। इससे बाड़मेर की राजनीतिक हवा और आगामी संगठनिक समीकरणों पर असर पड़ने की संभावना है।