जयपुर। प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियों के इंतजार में बैठे भाजपा के नेताओं को प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने साफ संदेश दिया है। बुधवार को प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए राठौड़ ने कहा, "हमें गाड़ी नहीं चाहिए, हमें सेवा का मौका चाहिए। हम राजनीति करने आए हैं अपनी चमड़ी और दमड़ी से, लाभ लेने नहीं बल्कि देने के लिए आए हैं।"
राजनीतिक नियुक्ति पाने वाले नेताओं को मंत्री का दर्जा नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, "सभी को दर्जा ही दर्जा है। यदि कोई गाड़ी की बात करता है तो बता दूं कि हम गाड़ी के पीछे नहीं भागते। हमें तो अपनी मर्जी से राजनीति करनी है, हमारे लिए त्याग और सेवा की बात करें, लाभ की नहीं।"
मदन राठौड़ का यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रदेश में सैनिक कल्याण बोर्ड सहित सात प्रमुख राजनीतिक नियुक्तियों के बावजूद अभी तक किसी भी नेता को मंत्री का दर्जा, सरकारी वाहन या स्टाफ मुहैया नहीं कराया गया है।
इन नियुक्तियों में नागौर के पूर्व सांसद सीआर चौधरी और जसवंत सिंह बिश्नोई जैसे दिग्गज नेता भी शामिल हैं, जिन्हें लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से ठीक पहले भजनलाल सरकार द्वारा नामित किया गया था।
लेकिन महीनों बाद भी जब सुविधाएं नहीं मिलीं, तो पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष की स्थिति देखने को मिल रही है। वहीं, राठौड़ के इस बयान को राजनीतिक अनुशासन और आदर्शवाद के संदेश के रूप में देखा जा रहा है।