जयपुर: राजधानी जयपुर के निवासी और एक IT प्रोफेशनल विमल डागा ने महिला दिशा बाबला के खिलाफ महेश नगर थाने में गंभीर आरोपों के साथ एफआईआर दर्ज करवाई है। विमल ने दावा किया है कि दिशा ने उन्हें सोशल मीडिया के जरिए भावनात्मक रूप से फंसाया और करीब 90 लाख रुपये की आर्थिक ठगी की।
शिकायतकर्ता के अनुसार, दिशा ने खुद को एक पीड़ित, अकेली महिला बताते हुए 2016 के आसपास संपर्क साधा और सहानुभूति के बहाने नज़दीकियां बढ़ाईं। कुछ समय बाद विवाह का झांसा देकर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए और साथ जीवन बिताने के सपने दिखाए। विमल ने इस विश्वास में अपने पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों को दरकिनार कर उसे हर प्रकार से सहयोग दिया।
दिशा ने स्वास्थ्य, कानूनी समस्याओं, विदेश यात्राओं और करियर संकट का हवाला देकर कई बार रकम की मांग की, जो अंततः 90 लाख तक पहुंच गई। जब विमल को शक हुआ और उन्होंने दूरी बनानी चाही, तो दिशा ने ब्लैकमेलिंग, बदनामी और बलात्कार जैसे झूठे आरोपों की धमकी देकर उन्हें मानसिक रूप से तोड़ने की कोशिश की।
इस घटनाक्रम का असर उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन पर भी पड़ा। उनकी पत्नी प्रीति मानसिक तनाव और बीमारी की चपेट में आ गईं, बच्चों से दूरी बढ़ गई और व्यापारिक प्रतिष्ठा को भी नुकसान हुआ। दिशा ने क्लाइंट्स और सोशल नेटवर्क पर फर्जी मैसेज और बदनाम करने वाली सूचनाएं फैलाकर उन्हें सामाजिक रूप से नीचा दिखाने की कोशिश की।
विमल डागा ने पुलिस को बैंक स्टेटमेंट, कॉल रिकॉर्डिंग, चैट्स, वीडियो कॉल्स और अन्य दस्तावेजी साक्ष्य सौंपते हुए मांग की है कि इस मामले में धारा 420 (धोखाधड़ी), मानसिक उत्पीड़न, ब्लैकमेलिंग और आर्थिक ठगी के तहत निष्पक्ष जांच की जाए और आरोपी पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो।
विमल का कहना है कि मैंने प्यार और भरोसे के साथ हर मुश्किल में उसका साथ दिया, लेकिन उसने मेरे जीवन को बर्बाद कर दिया। अब मैं सिर्फ इंसाफ चाहता हूं।
यह मामला समाज को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या पुरुषों के साथ हुए भावनात्मक और आर्थिक शोषण को हम आज भी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं? लैंगिक संतुलन और निष्पक्ष न्याय आज की सबसे बड़ी ज़रूरत है।