बांसवाड़ा जिले के गढ़ी थाना क्षेत्र में बीजेपी विधायक कैलाश मीणा द्वारा डीएसपी सुदर्शन पालीवाल के पैर छूने और थानाधिकारी रोहित कुमार पर बजरी माफियाओं से मिलीभगत के आरोप लगाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह घटना रविवार को सामने आई, जब विधायक गढ़ी थाने में लंबित मामलों को लेकर बातचीत करने पहुंचे थे।
विधायक मीणा ने थानाधिकारी पर आरोप लगाया कि थाने में बजरी और भूमि माफियाओं को संरक्षण मिल रहा है और अवैध खनन तथा परिवहन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। उन्होंने गुस्से में थाने को “धर्मशाला” बताया और चेतावनी दी कि यदि इसी तरह की कार्यप्रणाली रही तो "कपड़े उतरवा दूंगा" जैसे तीखे शब्दों का भी इस्तेमाल किया।
सूचना मिलते ही डीएसपी सुदर्शन पालीवाल मौके पर पहुंचे, जिन्होंने विधायक को अंदर बुलाकर बातचीत की। इसी दौरान विधायक ने अपने दो लंबित मामलों में कार्रवाई की गुहार लगाते हुए डीएसपी के पैर छू लिए, जिसे उन्होंने “जनता की पीड़ा दर्शाने की कोशिश” बताया।
विधायक ने कहा—
“मैं जनप्रतिनिधि होकर भी सुनवाई नहीं करा पा रहा। आम आदमी की कौन सुनेगा? आपने (डीएसपी) अगर हस्तक्षेप नहीं किया होता, तो आज सीआई को बिना कपड़ों के घर भेजना पड़ता।”
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो वायरल होते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। एक ओर विधायक के इस कदम को प्रशासन की निष्क्रियता के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर यह भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि जनप्रतिनिधि इस तरह की भाषा और व्यवहार का उपयोग करें तो कानून व्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा।
डीएसपी या थानाधिकारी की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। घटना को लेकर उच्च स्तर पर रिपोर्ट मांगे जाने की संभावना है।