देवली-उनियारा उपचुनाव के दौरान उपखंड अधिकारी को थप्पड़ मारने के मामले में गिरफ्तार नरेश मीणा को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है, और अब वे 14 जुलाई को टोंक जेल से रिहा होंगे। रिहाई से पहले ही उन्होंने सोशल मीडिया पर एक बड़ा ऐलान करते हुए लिखा, “सत्यमेव जयते! हाईकोर्ट ने मुझे 240 दिन बाद जमानत दी है। अपने शुभचिंतकों, समरावता गांववासियों और जेल में बंद साथियों का दिल से धन्यवाद।”
उन्होंने यह भी कहा कि वे रिहाई के बाद सीधे समरावता गांव जाकर वहां की भूमि को नमन करेंगे। इस ऐलान के बाद उनके समर्थकों के भारी संख्या में जुटने की संभावना जताई जा रही है, जिससे टोंक जिला और पुलिस प्रशासन चौकन्ना हो गया है। किसी प्रकार की कानून-व्यवस्था की गड़बड़ी से बचने के लिए भारी पुलिस बल तैनात करने की तैयारी की जा रही है।
यह पूरा मामला 13 नवंबर 2024 को हुए देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान का है, जब समरावता गांव में मतदान के दिन नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद क्षेत्र में भारी तनाव फैल गया था। मीणा समर्थकों ने पुलिस पर पथराव, वाहनों में आगजनी, और पुलिस हिरासत से छुड़ाने की कोशिश जैसी गंभीर घटनाओं को अंजाम दिया।
घटना के अगले दिन 14 नवंबर को भारी पुलिस बल ने नरेश मीणा को गिरफ्तार किया था। इस मामले में 59 लोगों को नामजद किया गया, जिनमें से 52 को कोर्ट में पेश किया जा चुका है। नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद लंबे समय तक तनाव बना रहा और अब जमानत पर उनकी रिहाई के बाद फिर से भीड़ और प्रदर्शन की आशंका को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है।