राजस्थान के भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और राजसमंद जिलों में हुई भीषण वर्षा ने राजधानी जयपुर सहित टोंक और अजमेर वासियों को बड़ी राहत दी है। बीते दो दिनों में हुई तेज बारिश के कारण बीसलपुर बांध में 74 सेमी पानी की आवक दर्ज की गई है। यह आंकड़ा जुलाई के पहले सप्ताह में आने वाली सबसे तेज़ आवक में से एक है, जो पूर्व में बिपरजॉय चक्रवात के दौरान देखी गई थी। इस आवक के कारण बांध का जलस्तर 313.42 मीटर तक पहुंच गया है और इससे जयपुर, टोंक व अजमेर में अगले 36 दिनों तक रोजाना जल आपूर्ति संभव हो गई है। जल संसाधन विभाग के अनुसार गुरुवार देर शाम तक भी पानी की आवक लगातार बनी रही। हालांकि, त्रिवेणी के बहाव में कमी दर्ज की गई है, जो अब 8 मीटर से घटकर 4 मीटर रह गया है। पिछले वर्ष इसी दिन तक बीसलपुर बांध में केवल 279.600 एमक्यूएम पानी था, जो उसकी कुल क्षमता का 28% था। बाद में अगस्त-सितंबर में बारिश बढ़ने के बाद गेट खोलने पड़े थे। अब की बार स्थिति पहले से बेहतर है और मौसम विभाग ने अगले दो सप्ताह में अच्छी बारिश की संभावना जताई है। यदि ऐसी ही तेज़ आवक बनी रही, तो संभव है कि इस बार जुलाई में ही बांध के गेट खोलने पड़ें। बीसलपुर बांध को जयपुर, अजमेर और टोंक की जल जीवन रेखा कहा जाता है। इन तीनों शहरों को प्रतिदिन लगभग 1100 एमएलडी पानी की आपूर्ति बीसलपुर से होती है। बांध की कुल क्षमता 1095.840 एमक्यूएम है, जिसके मुकाबले अब तक 656.535 एमक्यूएम पानी एकत्र हो चुका है, जो कि 59.91% के बराबर है। यह आंकड़े राज्यवासियों को सुकून देने वाले हैं और आने वाले समय में जल संकट की स्थिति को काफी हद तक टालने वाले साबित हो सकते हैं।