टोंक— टोंक जिले में भाजपा की आंतरिक गुटबाजी एक बार फिर खुलेआम सामने आ गई। बुधवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत के स्वागत कार्यक्रम के दौरान भाजपा के दो गुटों में तेज बहस और झड़प होते-होते रह गई। यह घटना तब हुई जब मंत्री अविनाश गहलोत दोपहर करीब 3 बजे टोंक की अग्रवाल धर्मशाला पहुंचे, जहां भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।
कार्यक्रम के दौरान बरवास मंडल अध्यक्ष जितेंद्र गुर्जर और मेहंदवास मंडल अध्यक्ष धर्मराज चौधरी ने मंत्री गहलोत से सीधे तौर पर शिकायत करते हुए कहा कि उनके क्षेत्रों में हाल ही में दो कार्यक्रम आयोजित हुए, लेकिन उन्हें सूचना तक नहीं दी गई। उन्होंने नाराजगी जताते हुए सवाल किया कि "ऐसे में संगठन कैसे चलेगा?"
मंत्री अविनाश गहलोत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि वह इस पर बाद में चर्चा करेंगे और आगे बढ़ गए। तभी जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान के समर्थक एवं भाजपा कार्यकर्ता शैलेन्द्र चौधरी ने मंडल अध्यक्षों से कहा कि मामला यहीं खत्म कर दिया जाए। लेकिन यही बात विवाद की चिंगारी बन गई।
दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं में बहसबाजी शुरू हो गई जो कुछ ही पलों में हाथापाई की कगार तक पहुंच गई। स्थिति बिगड़ने से पहले ही मौजूद अन्य कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव कर दोनों गुटों को अलग किया। थोड़ी ही देर में स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और स्थिति को नियंत्रित किया।
यह घटना एक बार फिर भाजपा के आंतरिक संघर्ष और संगठनात्मक समन्वय की कमी को उजागर करती है। जहां एक ओर मंत्री गहलोत सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों को लेकर दौरे पर हैं, वहीं दूसरी ओर पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी आपसी मतभेदों और तालमेल की कमी से जूझते नजर आ रहे हैं।