हम जूतों को अक्सर सिर्फ एक फैशन या जरूरत के सामान के रूप में देखते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गलत या पुराने जूते पहनना आपकी सेहत को अंदर ही अंदर नुकसान पहुंचा सकता है? जी हां, पैरों से शुरू होकर यह नुकसान घुटनों, कमर, रीढ़ और यहां तक कि सिरदर्द व थकान तक जा सकता है।
पैर हमारे शरीर का मूल आधार होते हैं, और जब आप गलत फिटिंग वाले या घिसे-पिटे जूते पहनते हैं, तो यह सीधे आपके शरीर के संतुलन और ढांचे को प्रभावित करता है। इससे पैरों में दर्द, घुटनों व कूल्हों में खिंचाव, रीढ़ की हड्डी पर दबाव और अंततः पूरे शरीर में थकान, कमजोरी और सिरदर्द जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
इन लक्षणों से पहचानें कि आपके जूते आपको नुकसान पहुँचा रहे हैं — जैसे पैरों में बार-बार छाले पड़ना, चलने पर जल्दी थकान महसूस होना, पीठ या पैरों में लगातार दर्द होना, या जूते पहनने के बाद सूजन और लालिमा दिखना।
क्या करें? कुछ आसान घरेलू उपाय:
सही जूते चुनें: हमेशा ऐसे जूते पहनें जो आपके पैरों की बनावट के अनुरूप हों और आरामदायक हों। बहुत फ्लैट या पतली सोल वाले जूतों से बचें।
नींबू और हल्दी का लेप: नींबू रस में हल्दी मिलाकर पेस्ट बनाएं और दर्द वाले हिस्सों पर लगाएं।
तेल से मालिश: नारियल या तिल के तेल से रोजाना पैरों की हल्के हाथों से मालिश करें।
गरम पानी में पैर भिगोएं: सेंधा नमक मिले गरम पानी में 15 मिनट पैर रखें।
पैरों की स्ट्रेचिंग करें: हल्की एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग से मांसपेशियों को आराम मिलेगा और लचीलापन बढ़ेगा।
डा. पीयूष त्रिवेदी, आयुर्वेद विशेषज्ञ, शासन सचिवालय, जयपुर के अनुसार, “जूते केवल फैशन नहीं हैं, यह आपके पूरे शरीर के संतुलन और स्वास्थ्य से जुड़े हैं।”
अगर आप भी इस तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो इस जानकारी को जरूर साझा करें और दूसरों को जागरूक करें। डा पीयूष त्रिवेदी आयुर्वेद एक्सपर्ट शासन सचिवालय जयपुर । 9828011871.