विदेश में बेहतर जीवन और कमाई के सपने लेकर निकले प्रतापगढ़ (राजस्थान) के दो युवकों का सपना डरावनी हकीकत में बदल गया। एजेंट ने होटल में वेटर की नौकरी का लालच देकर उन्हें ओमान भिजवा दिया, लेकिन वहां पहुंचते ही उनका जीवन नर्क बन गया।
बताया गया है कि होटल मालिक ने उन्हें होटल का कर्मचारी बनाने के बजाय अपने घर में नौकर बना लिया। वहां उनसे 20-20 घंटे घरेलू काम करवाया गया, जिसमें बर्तन साफ करना, झाड़ू-पोंछा लगाना, यहां तक कि घर के कुत्तों की देखभाल करना भी शामिल था। न ठीक से खाना मिलता था, न आराम और न ही वेतन।
युवकों ने जब विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई। अंततः एक रात उनकी ID और पासपोर्ट छीनकर उन्हें घर से बाहर निकाल दिया गया। इसके बाद उन्होंने भारत वापसी के लिए दर-दर की ठोकरें खाईं, लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली।
आखिरकार, उनकी दुर्दशा की जानकारी कुवैत सरकार में वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार डॉ. अमर सिंह सोलंकी तक पहुंची। डॉ. सोलंकी ने मानवीयता दिखाते हुए व्यक्तिगत प्रयासों से दोनों युवकों को भारत वापसी में मदद की। अब ये दोनों युवक सुरक्षित अपने वतन लौट चुके हैं, लेकिन उनका यह अनुभव एक चेतावनी है उन लोगों के लिए जो बिना पूरी जानकारी के विदेश जाने की तैयारी करते हैं।