Friday, 13 June 2025

गुर्जर आंदोलन के उग्र होने को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया प्रायोजित, पायलट-गहलोत मुलाकात पर भी उठाए सवाल


गुर्जर आंदोलन के उग्र होने को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया प्रायोजित, पायलट-गहलोत मुलाकात पर भी उठाए सवाल

हाइलाइट्स:

  • मदन राठौड़ ने गुर्जर आंदोलन को बताया कांग्रेस समर्थित प्रायोजित गतिविधि

  • सचिन पायलट और अशोक गहलोत की हालिया मुलाकात पर खड़े किए सवाल

  • पायलट से की अपील: शांति बनाए रखने का संदेश देना चाहिए था

  • रेल रोकने की घटना पर जताई नाराजगी, कहा आंदोलन में उग्रता दुर्भाग्यपूर्ण

जयपुर। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने हाल ही में भरतपुर में उग्र हुए गुर्जर आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस आंदोलन को प्रायोजित करार देते हुए सीधे तौर पर कांग्रेस नेताओं पर सवाल उठाए हैं। जयपुर स्थित भाजपा कार्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान राठौड़ ने कहा कि गुर्जर आंदोलन हर बार केवल भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही क्यों उग्र होता है।

राठौड़ ने कहा कि जब वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री थीं, तब पहली बार आंदोलन ने उग्र रूप लिया। इसके बाद जब कांग्रेस सत्ता में आई तो आंदोलन शांत हो गया। फिर से भाजपा की सरकार आई तो आंदोलन दोबारा शुरू हो गया। उन्होंने तीन दिन पहले हुई अशोक गहलोत और सचिन पायलट की मुलाकात पर भी शंका जताते हुए कहा कि यदि उनकी मुलाकात का यह परिणाम है, तो यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने सचिन पायलट से सवाल किया कि उन्होंने अपने समाज के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील क्यों नहीं की। उन्होंने कहा कि पायलट को सार्वजनिक रूप से बयान देना चाहिए था कि रेल रोकने जैसी घटनाएं न हों, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध रखी है। यह भी एक तरह से अप्रत्यक्ष समर्थन जैसा है।

राठौड़ ने यह भी बताया कि विजय बैंसला समझौते के बाद शांति से वहां से चले गए थे, लेकिन उनके जाने के बाद रेल पटरियों पर प्रदर्शन और ट्रैक जाम की घटनाएं हुईं, जो चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मांग रखना सबका अधिकार है, लेकिन आम जनता को परेशान करने और हिंसा फैलाने का कोई अधिकार नहीं है। यदि किसी ने जानबूझकर आंदोलन को उग्र करने की कोशिश की है, तो यह प्रदेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।

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