ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हीरालाल नागर ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बिजली कटौती को लेकर किए गए ट्वीट्स पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने गहलोत के दावों को झूठा और भ्रामक बताया और कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वे झूठे आरोप लगाकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं।
ऊर्जा राज्य मंत्री नागर ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के अदूरदर्शी निर्णयों और बिजली प्रबंधन की विफलता के कारण पिछली गर्मियों में प्रदेश को प्रतिदिन लगभग 1000 मेगावाट बिजली खरीदनी और लौटानी पड़ी। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने जिस अव्यवस्थित बिजली तंत्र को छोड़ा, उससे जनता को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ी।
ऊर्जा राज्य मंत्री नागर ने स्पष्ट किया कि इस बार की गर्मियों में प्रदेश में कहीं भी बिना सूचना के बिजली कटौती नहीं की गई। केवल कुछ स्थानों पर पूर्व सूचना के साथ मेंटेनेंस के कारण अस्थायी रूप से बिजली आपूर्ति बंद की गई। उन्होंने दावा किया कि इस बार पहली बार प्रदेश में किसी प्रकार की लोड शेडिंग नहीं हुई है।
उन्होंने आगे बताया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 1000 मेगावाट से अधिक सोलर प्लांट्स को ग्रिड से जोड़ा जा चुका है और 10,000 मेगावाट के नए सोलर प्रोजेक्ट्स पाइपलाइन में हैं। इसके अलावा, केंद्र सरकार से 4,000 मेगावाट का बैटरी स्टोरेज मिलने वाला है, जो ऊर्जा क्षेत्र में गेम चेंजर साबित होगा।
ऊर्जा राज्य मंत्री नागर ने बताया कि गहलोत सरकार के पूरे कार्यकाल में जहां मात्र 42 जीएसएस (गिरिड सब स्टेशन) बनाए गए थे, वहीं मौजूदा सरकार ने केवल डेढ़ साल में 80 जीएसएस का निर्माण पूरा कर लिया है और साल के अंत तक 130 जीएसएस पूरे करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि बढ़ती बिजली मांग को ध्यान में रखते हुए सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।