जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय के यूरोपीय भाषाएं, साहित्य एवं संस्कृति अध्ययन विभाग की दो छात्राओं — नम्रता करमचंदानी और आशी जैन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। दोनों छात्राओं का चयन फ्रांस सरकार के प्रतिष्ठित English Assistantship Program के अंतर्गत किया गया है।
यह कार्यक्रम फ्रांस के शिक्षा मंत्रालय और भारत में स्थित फ्रांसीसी दूतावास के सहयोग से प्रतिवर्ष संचालित होता है, जिसका उद्देश्य फ्रेंच भाषा के विद्यार्थियों को फ्रांस के शैक्षणिक संस्थानों में अंग्रेज़ी भाषा पढ़ाने का अवसर प्रदान करना है।
नम्रता और आशी अब फ्रांस के विभिन्न उच्च विद्यालयों, महाविद्यालयों या विश्वविद्यालयों में अंग्रेज़ी भाषा सिखाएंगी, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय शिक्षण अनुभव प्राप्त होगा। यह न केवल उनके व्यक्तिगत और शैक्षणिक विकास में सहायक होगा, बल्कि भारत-फ्रांस शैक्षणिक संबंधों को भी सशक्त करेगा।
राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अल्पना काटेजा के नेतृत्व में विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक आदान-प्रदान को सतत प्रोत्साहन दे रहा है। विभागाध्यक्ष डॉ. निधि रायसिंघानी के मार्गदर्शन और प्रशिक्षण से छात्राओं को यह उपलब्धि हासिल हुई है।
यूरोपीय भाषाएं विभाग फ्रेंच, जर्मन, स्पैनिश जैसी भाषाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और वैश्विक अवसरों के लिए छात्रों को तैयार करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। यह चयन न केवल विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय है, बल्कि राज्य के अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए भी प्रेरणास्रोत है।