जयपुर। राजस्थान सरकार ने राजधानी जयपुर में शहरी परिवहन को सशक्त और सुगम बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर मेट्रो फेज-2 की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) को अनुमोदन दे दिया है। यह निर्णय राज्य बजट 2025–26 में की गई घोषणा के तहत लिया गया है और अब DPR को मेट्रो रेल नीति 2017 के अंतर्गत केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय को भेजा गया है। केंद्र की मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
फेज-2 के तहत टोडी मोड़ से प्रह्लादपुरा तक कुल 42.80 किमी लंबा मेट्रो रूट प्रस्तावित है, जिसमें 36 स्टेशन होंगे—34 एलिवेटेड और 2 अंडरग्राउंड। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत ₹12,260 करोड़ है और एडीबी तथा एआईआईबी ने वित्तीय सहयोग देने पर सहमति दी है। इस मेट्रो रूट के माध्यम से वीकेआई, सीतापुरा, टोंक रोड, विद्याधर नगर, सवाई मानसिंह अस्पताल और एयरपोर्ट जैसी जगहों को जोड़ा जाएगा।
जयपुर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (JMRC)—जो अब राज्य और केंद्र के 50:50 संयुक्त उपक्रम के रूप में पुनर्गठित किया गया है—इस परियोजना का क्रियान्वयन करेगा। प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन में हवाई अड्डे के नवीन टर्मिनल के नीचे एक भूमिगत स्टेशन भी शामिल है जिससे यात्रियों को एयरपोर्ट तक निर्बाध सुविधा मिलेगी।
फेज-1 (मानसरोवर से बड़ी चौपड़) और फेज-2 को जोड़ने के लिए खासाकोठी और रेलवे स्टेशन के बीच एक फुट ओवरब्रिज, तथा गवर्नमेंट हॉस्टल और चांदपोल के बीच स्पर लाइन का भी प्रस्ताव है जिससे दोनों रूट्स के बीच निर्बाध ट्रांजिट संभव हो सकेगा।