Tuesday, 20 May 2025

बारां के जलवाड़ा गांव में करंट से 68 भैंसों की मौत, प्रशासन ने दिए जांच के आदेश


बारां के जलवाड़ा गांव में करंट से 68 भैंसों की मौत, प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

राजस्थान के बारां जिले के जलवाड़ा गांव में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां तालाब में नहा रही 68 से अधिक भैंसें करंट की चपेट में आकर मर गईं। यह हादसा इतनी तेजी से हुआ कि कुछ ही पलों में तालाब में जानवरों की लाशें तैरने लगीं। इस हृदय विदारक घटना से पूरा गांव सदमे और शोक में डूब गया है।

कैसे हुआ हादसा?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, गणेशजी की तलाई नामक तालाब में सुबह पशुपालकों की दर्जनों भैंसें नहा रही थीं। इसी दौरान तालाब के किनारे लगे एक 11 केवी विद्युत पोल में अचानक स्पार्किंग हुई और करंट पूरे पानी में फैल गया। तालाब में उतर चुकी भैंसें देखते ही देखते एक-एक कर ढेर होने लगीं। स्थानीय पशुपालक सुबोध मीणा ने बताया कि उनकी सारी भैंसें तालाब में थीं और सभी की मौके पर ही मौत हो गई।

पशुपालकों पर टूटा दुख का पहाड़

भैंसों की मौत से पशुपालकों की आजीविका पर गहरा संकट मंडरा रहा है। कई परिवारों का सारा जीवन इन पशुओं पर ही निर्भर था। ग्रामीणों ने इस हादसे को बिजली विभाग की घोर लापरवाही बताया है और जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई तथा मुआवजे की मांग की है।

प्रशासन हरकत में, जांच के आदेश

घटना की सूचना मिलते ही बारां कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर, एसपी राजकुमार चौधरी, एडीएम दिवांशु शर्मा और पशुपालन निदेशक हरिवल्लभ मीणा मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने घटना की गंभीरता को देखते हुए बिजली विभाग को नोटिस जारी किया है। पशुपालन विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है।

हरिवल्लभ मीणा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में विद्युत पोल से करंट फैलने की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि प्रभावित पशुपालकों को समुचित मुआवजा दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

गांव में गुस्सा और मातम का माहौल

हादसे के बाद गांव में आक्रोश और शोक का माहौल है। ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि अगर समय रहते विद्युत लाइन की जांच और रखरखाव किया गया होता, तो यह हादसा टल सकता था।

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