जयपुर में साइबर अपराधों पर शिकंजा कसते हुए क्राइम ब्रांच की साइबर सेल (CST) ने मानसरोवर क्षेत्र में कार्रवाई कर एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो ऑनलाइन गेमिंग और ट्रेडिंग फ्रॉड करने वाले अपराधियों को किराए पर बैंक खाते उपलब्ध करा रहा था। पुलिस ने इस मामले में गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुकेश पारीक उर्फ संचित (करणी विहार, जयपुर), शैलेन्द्र सिंह उर्फ सूरज, अंकित उर्फ हनी (हिसार, हरियाणा), पूजा सिंह उर्फ नीतू/प्रिया (छत्तीसगढ़), महजूर अहमद खान (पारिमपोरा, श्रीनगर) और रोहिताश स्वामी उर्फ डेविड नीम का थाना (सीकर) के रूप में हुई है।
DCP क्राइम कुंदन कंवरिया ने बताया कि केंद्र सरकार के सीईआईआर पोर्टल पर इस गिरोह के खिलाफ करीब ₹17 लाख की ठगी से संबंधित शिकायतें दर्ज हैं। मामले की जांच में जुटे CST सदस्यों जितेन्द्र यादव और अविनाश कुमार को इनपुट मिले थे, जिसके आधार पर नारायण विहार, मानसरोवर स्थित एक होटल में दबिश देकर इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
गिरोह का सरगना मुकेश पारीक टेलीग्राम के जरिए चाइनीज साइबर गिरोहों से संपर्क करता था और उनसे एडवांस में ₹5 लाख तक की राशि वसूलता था। इसके बाद वह अपने सहयोगियों की मदद से खाताधारकों के मोबाइल में एक APK एप डाउनलोड करवाता था, जिससे उस मोबाइल का एक्सिस चाइनीज हैकर्स को मिल जाता था। इस गिरोह ने धोखाधड़ी के जरिए प्राप्त पैसों को बैंक खातों में ट्रांसफर कर कमिशन के रूप में 5% राशि अर्जित की। मुकेश पारीक अब तक करीब ₹60 लाख रुपए कमा चुका है।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 11 मोबाइल, 1 लैपटॉप और 1 चेकबुक बरामद की है।
पुलिस कमिश्नर की अपील: जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने आमजन से अपील की है कि किसी भी लालच में आकर अपने बैंक खाते किसी को किराए पर न दें। इससे न केवल आपके खाते का दुरुपयोग होगा, बल्कि आपके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। यदि किसी को इस प्रकार की जानकारी मिलती है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।