जयपुर/जोधपुर ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक तनाव के बीच राजस्थान के 1037 किलोमीटर लंबे बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया गया है। ज़मीन पर बीएसएफ, तो आसमान में भारतीय वायुसेना लगातार निगरानी कर रही है। वेस्टर्न सेक्टर के सभी एयरबेस को हाई अलर्ट पर रखा गया है, और कॉम्बेट पेट्रोलिंग 24 घंटे जारी है।
बीएसएफ को मिली खुली छूट, एंटी-ड्रोन सिस्टम एक्टिव: बीएसएफ ने बॉर्डर की जीरो लाइन तक पेट्रोलिंग शुरू कर दी है। तारबंदी के गेट खोलकर गश्त की जा रही है। बीएसएफ जवानों को निर्देश दिए गए हैं कि संदिग्ध गतिविधि दिखने पर सीधे गोली चलाने की छूट है। साथ ही एंटी-ड्रोन सिस्टम को भी एक्टिव कर दिया गया है।
एयरफोर्स की चौकसी: दिन-रात उड़ रहे फाइटर जेट्स: जोधपुर, उत्तरलाई, जैसलमेर, नाल और फलौदी एयरबेस से लगातार फाइटर जेट्स उड़ान भर रहे हैं। बीती रात से सुबह 6 बजे तक लड़ाकू विमानों की तेज गर्जना सुनाई दी। सुबह 10 बजे से एक बार फिर उड़ानों का सिलसिला शुरू हो गया। यह सब नोटम (NOTAM) अलर्ट के तहत युद्धाभ्यास का हिस्सा है।
एयर डिफेंस सिस्टम भी अलर्ट पर:वायुसेना ने मुख्य शहरों में एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को एक्टिव कर दिया है। अगर दुश्मन देश का कोई भी विमान भारतीय सीमा में प्रवेश करता है तो उसे हवा में ही मार गिराने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
सेना का भी चौकसी मोड, गांवों को सतर्क रहने के निर्देश: बीएसएफ राजस्थान फ्रंटियर के आईजी एमएल गर्ग ने बताया कि सीमावर्ती गांवों को खाली नहीं करवाया गया, लेकिन लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। आवश्यकता पड़ने पर उन्हें तुरंत सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा सकेगा। वहीं, थल सेना की हर फॉर्मेशन को भी अलर्ट कर दिया गया है।