Wednesday, 14 May 2025

ऑपरेशन सिंदूर पर सेना और विदेश सचिव का बड़ा खुलासा: कश्मीर की शांति को बिगाड़ने की थी साजिश, आतंक के लॉन्चपैड किए ध्वस्त


ऑपरेशन सिंदूर पर सेना और विदेश सचिव का बड़ा खुलासा: कश्मीर की शांति को बिगाड़ने की थी साजिश, आतंक के लॉन्चपैड किए ध्वस्त
  • 22 अप्रैल को पहलगाम में हमला, 26 लोग मारे गए
    भारत ने 7 मई की रात 'ऑपरेशन सिंदूर' में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया
  • सेना, वायुसेना और नौसेना की संयुक्त कार्रवाई
  • कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन का संचालन किया
  • पाकिस्तान में लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर और कंट्रोल हब को निशाना बनाया
  • TRF और लश्कर-ए-तैयबा की संलिप्तता की पुष्टि
नई दिल्ली।‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारत सरकार की तरफ से बुधवार सुबह आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसमें कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मीडिया को संबोधित किया। तीनों अधिकारियों ने एक सुर में कहा—“यह ऑपरेशन आतंक के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्यवाही है, जो सीमापार मौजूद आतंकी ढांचों को ध्वस्त करने के लिए की गई

सेना की दो महिला अधिकारियों का बयान: कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया:“ऑपरेशन सिंदूर रात 1:05 बजे से 1:30 बजे के बीच हुआ। यह पहलगाम हमले में मारे गए 25 भारतीय और 1 नेपाली पर्यटक के लिए समर्पित कार्रवाई थी। पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक टारगेट किया गया। इनमें लॉन्चपैड्स, ट्रेनिंग सेंटर्स और कमांड कंट्रोल सेंटर शामिल थे।”
उन्होंने कहा कि ये ठिकाने 3 दशकों से आतंकवाद की फैक्ट्री बन चुके थे। “अब इनकी कब्रगाह बना दी गई है।”
विदेश सचिव विक्रम मिस्री के प्रमुख बयान:हमने अपने अधिकार का प्रयोग किया: “22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाकर कायरतापूर्ण कृत्य किया गया। 26/11 के बाद यह सबसे घातक हमला था। अब भारत ने अपने आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग किया है।”
हमलावरों की पहचान हो चुकी है:“हमले की जिम्मेदारी एक गुट TRF ने ली, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ संगठन है, और जिसे UN ने प्रतिबंधित कर रखा है। TRF को सिर्फ एक मुखौटे की तरह इस्तेमाल किया गया। सभी सुराग पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों और ISI से जुड़ते हैं।”
हमले की टाइमिंग और मकसद:“यह हमला जम्मू-कश्मीर में बढ़ती शांति, पर्यटन और विकास को रोकने के लिए किया गया था। पिछले वर्ष 2.25 करोड़ पर्यटक कश्मीर आए थे। यही आतंकी संगठनों को रास नहीं आया।”
यूएन की चेतावनी का हवाला:“UN ने भी आतंकी नेटवर्क्स को समाप्त करने और जिम्मेदारों को जवाबदेह ठहराने की बात कही थी। हमने उसी के अनुरूप जिम्मेदारीपूर्ण और टारगेटेड कार्रवाई की है।”

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