माउंट आबू। ब्रह्माकुमारी संगठन के ज्ञान सरोवर परिसर में शुक्रवार से शुरू हुए चार दिवसीय राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन का उद्घाटन उद्योग एवं खेल विभाग राज्य मंत्री और जिला प्रभारी मंत्री केके विश्नोई ने किया। उन्होंने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया सदैव वैश्विक चुनौतियों जैसे पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, विश्व शांति और सामाजिक समरसता के समाधान में आगे रहा है। मीडिया ने जनजागरूकता और सामाजिक दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उद्योग राज्यमंत्री विश्नोई ने कहा कि विकट परिस्थितियों में भी मीडियाकर्मी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। ब्रह्माकुमारी संगठन आत्मचिंतन और जीवनमूल्यों के विकास का मंच है, जहां मीडिया का दायित्व और भी अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने विश्वास जताया कि मीडिया के संगठित और सकारात्मक प्रयासों से भारत को "विश्वगुरु" बनने में सहयोग मिलेगा।
सम्मेलन की मुख्य वक्ता राजयोगिनी बीके मोहिनी बहन ने कहा कि मीडिया को वर्तमान परिदृश्य में सकारात्मक दिशा में स्थायी योगदान देना होगा। वहीं संयुक्त प्रशासिका बीके सुदेश दीदी ने कहा कि शांति जंगल में नहीं, बल्कि मन की स्थिरता, सादगी और व्यवहार में पारदर्शिता से मिलती है।
जयपुर विधायक डॉ. गोपाल शर्मा ने कहा कि शांति और सद्भाव की स्थापना के लिए सत्य और ईमानदारी आवश्यक है। माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी भोपाल के प्रो. डॉ. संजय द्विवेदी ने कहा कि आत्मा की पहचान के बिना सच्ची प्रगति संभव नहीं है। उन्होंने लोकतंत्र, मीडिया और शिक्षा के मूल्यों पर गहन चिंतन की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉ. मानसिंह परमार, पूर्व वाइस चांसलर, रायपुर ने कहा कि भारत शांति का दाता है और मीडिया इस कार्य में सहायक माध्यम बन सकता है। वहीं बीके मृत्युंजय ने राजयोग को जीवन में शामिल कर आत्मबल से युक्त रहने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में बीके करुणा, बीके आत्मप्रकाश, बीके शीलू बहन, बीके चंद्रकला, बीके रीना, बीके निकुंज, बीके सुशांत सहित देशभर के वरिष्ठ मीडियाकर्मी, विचारक और ब्रह्माकुमारी संगठन के सदस्य उपस्थित रहे।