मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा 4 महीने बाद भी के अधिकारियों को पदोन्नति होने के बावजूद भी उन्हें नए पद नहीं दे पा रहे हैं। चार माह पहले डीआईजी के पद पर पदोन्नत हुए 10 आईपीएस अधिकारी अब भी एसपी स्तर पर ही कार्य कर रहे हैं। वहीं, आईएएस अधिकारियों के अतिरिक्त प्रभार और प्रमोशन लंबित रहने से प्रशासनिक असंतुलन की स्थिति बनी हुई है।
चार महीने पहले डीआईजी पद पर प्रमोट किए गए 10 आईपीएस अधिकारी अब भी अपने पुराने कार्यस्थलों पर पदस्थ हैं। इनमें ये अधिकारी शामिल हैं:आनंद शर्मा,गौरव यादव,भुवन भूषण यादव,प्रहलाद सिंह कृष्णिया,शरद चौधरी,राजन दुष्यंत,शंकरदत्त शर्मा,राममूर्ति जोशी,अरशद अली,आलोक श्रीवास्तव इनके अलावा तीन आईपीएस अधिकारी डीआईजी से आईजी पद पर पदोन्नत हुए हैं, लेकिन अब भी डीआईजी के तौर पर काम कर रहे हैं। एक अतिरिक्त महानिदेशक स्तर का अधिकारी भी अभी आईजी पद पर कार्यरत है।
वहीं कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एक से ज्यादा पदों का जिम्मा संभाले हुए हैं, जिससे कार्य संचालन में प्रभाव पड़ रहा है। इनमें शामिल हैं: डॉ. कृष्णकांत पाठक,आशुतोष ए.टी पेडणेकर,डॉ. जोगाराम,डॉ. गौरव सैनी,ओम कसेरा
राज्य में IAS के कुल 313 स्वीकृत पदों में से 269 भरे हुए हैं, जिनमें से 23 प्रशिक्षु अधिकारी हैं। RAS कोटे से 19 और गैर-RAS कोटे से 4 अधिकारियों की पदोन्नति प्रक्रिया लंबित है। लंबे समय से पदोन्नति आदेशों और स्थापनाओं का इंतजार कर रहे अधिकारी आशा कर रहे हैं कि जल्द कोई निर्णय लिया जाएगा।