पंजाब पुलिस ने एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की हत्या की योजना का भंडाफोड़ किया है। पुलिस का दावा है कि खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के समर्थक इस साजिश को अंजाम देने की तैयारी में थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार साजिश की जानकारी वॉट्सऐप ग्रुप चैट से मिली, जो गुप्त रूप से 'वारिस पंजाब दे' और 'अकाली दल मोगा जत्थेबंदी' नाम से चल रहे थे। इन ग्रुप्स में किए जा रहे संवाद से पता चला कि साजिशकर्ताओं ने केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू और अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को भी निशाने पर रखा था।
अमृतपाल समर्थक केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा उस पर लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की अवधि बढ़ाए जाने से नाराज़ थे। इस वजह से ही वह और उनके साथी उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल में रखने को लेकर बौखलाए हुए थे और बदले की भावना से इस साजिश को रच रहे थे।
पुलिस ने इस इनपुट के आधार पर कई संदिग्धों की सुरक्षा एजेंसियों के साथ संयुक्त पूछताछ शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, कुछ डिजिटल डिवाइसेज़ जब्त किए गए हैं और जांच में कई संवेदनशील सुराग हाथ लगे हैं।
यह साजिश ऐसे समय पर सामने आई है जब पंजाब में खालिस्तानी गतिविधियों के पुनर्जीवित होने की आशंका पहले से ही सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है। मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार और खुफिया एजेंसियों ने पूरे घटनाक्रम पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।