जोधपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने सोमवार को मंदिर में गंगाजल छिड़कने के विवाद पर बड़ा बयान देते हुए पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के संकेत दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि "भाजपा की सदस्यता की पहली शर्त ही यह है कि हम किसी भी प्रकार की अस्पृश्यता और भेदभाव को बर्दाश्त नहीं करेंगे।"
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने जोधपुर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि "जिस व्यक्ति ने जो गलत काम किया, उस पर तत्काल कदम उठाया गया और उसे निलंबित कर जवाब मांगा गया। अब वह जवाब अनुशासन समिति को सौंप दिया गया है।"
उन्होंने यह भी बताया कि आहूजा ने अपने जवाब में कहा है कि उनका उद्देश्य किसी जाति को लेकर भेदभाव करना नहीं था। हालांकि, पार्टी नेतृत्व इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रहा है।
गौरतलब है कि पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने हाल ही में जयपुर के एक मंदिर में गंगाजल से शुद्धिकरण करने का विवादित कदम उठाया था, जिसे लेकर पार्टी के अंदर और बाहर आलोचना हुई थी। पार्टी ने इस पर संज्ञान लेते हुए उन्हें प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर जवाब तलब किया था।