चूरू जिले के रतनगढ़ में चल रही पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हो गया। तेज आंधी के चलते कथा स्थल पर लगा विशाल पांडाल उखड़ गया, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। इस भगदड़ जैसी स्थिति में एक महिला सहित तीन लोग घायल हो गए, जबकि कई महिलाओं की सोने की चेन भी चोरी हो गई।
शिव महापुराण कथा शुक्रवार से शुरू हुई थी और अगले सात दिन तक चलने वाली थी। इस आयोजन में देशभर से करीब 2 से 2.5 लाख लोगों के पहुंचने की संभावना जताई गई थी। लेकिन तेज हवाओं और अव्यवस्था के कारण कार्यक्रम का पहला ही दिन हादसे की भेंट चढ़ गया।
जानकारी के अनुसार, यह कार्यक्रम बिना प्रशासन की अनुमति के आयोजित किया जा रहा था। अत्यधिक भीड़ और सुरक्षा के अभाव के चलते जब तेज आंधी आई, तो पांडाल और डोम उखड़ गए। भारी भीड़ के बीच अफरा-तफरी मचने लगी, और इस दौरान लोगों को चोटें आईं। कुछ महिलाओं की सोने की चेनें भीड़ का फायदा उठाकर जेबकतरों द्वारा चोरी कर ली गईं।
हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करते हुए पूरा पांडाल और डोम खाली करवा दिया गया। अब आयोजन को लेकर प्रशासन की ओर से जांच और संभावित कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
रतनगढ़ एसडीएम रामकुमार वर्मा ने बताया कि आयोजकों ने 11 से 17 अप्रैल तक कथा आयोजन की अनुमति मांगी थी। आयोजक दिनेश कुमार लाहोटी को श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और पार्किंग व्यवस्था सही करने के उद्देश्य से पिछले कई दिनों से जिला पुलिस, प्रशासन और उपखंड स्तर पर बार-बार कहा जा रहा था। व्यवस्था सही नहीं करने और खराब मौसम की संभावना के चलते कथा के आयोजन की स्वीकृति जारी नहीं की गई थी।