जयपुर | राजधानी जयपुर में जलदाय विभाग के मानसरोवर उपखंड में बड़ी लापरवाही सामने आई है। विभागीय अधिकारियों और बाबुओं की अनदेखी के चलते मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर की 40–50 कॉलोनियों में पिछले दो साल से पानी के बिल जारी नहीं किए गए। मायगांवस, गोल्यावास, गणेश नगर, वृंदावन विहार और विनायक विहार जैसे क्षेत्रों में 8000 से अधिक उपभोक्ताओं को जल कनेक्शन तो मिला, लेकिन बिल नहीं आया।
इसकी शिकायत सीएमओ तक पहुंचने पर जलदाय विभाग के आला अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विजिलेंस टीम को मानसरोवर कार्यालय भेजकर छापा डलवाया।
अतिरिक्त मुख्य अभियंता जयपुर रिजन द्वितीय शुभांशु दीक्षित के निर्देशन में बनी विजिलेंस टीम में अधिशाषी अभियंता जीआर मोर्थ, सुभाष शर्मा और एईएन तेजपाल सिंह शामिल थे।
टीम जब सुबह 9:30 बजे कार्यालय पहुंची तो वहां अधिकांश स्टाफ अनुपस्थित मिला। दस्तावेज और रिकॉर्ड बिखरे पड़े थे और असंगठित अवस्था में थे।
कई उपभोक्ताओं ने राशि जमा करा दी थी, लेकिन उनके मीटर नहीं लगाए गए और ना ही एल फॉर्म भरे गए। संबंधित लिपिक ने पैसे लिए, लेकिन अब तक फाइलें भी अकाउंट सेक्शन में नहीं खोली गईं, जिससे उपभोक्ताओं के खाते तक नहीं खुले हैं और बिल जारी नहीं हो पा रहे हैं।
इस लापरवाही से न केवल राजस्व हानि, बल्कि विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे हैं। जांच जारी है और जिम्मेदारों पर जल्द कार्रवाई की संभावना है।