राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली 5वीं कक्षा की छात्रा ने सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के समय माता-पिता घर से बाहर गए हुए थे, जब वे लौटे तो बेटी फंदे पर लटकी मिली, जबकि उसका छोटा भाई कमरे में बंद था।
छात्रा के पिता ने शिप्रापथ थाने में मानसरोवर अग्रवाल फार्म थड़ी मार्केट स्थित निजी स्कूल के संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है। उनका आरोप है कि स्कूल में बेटी की परीक्षा चल रही थी, इस दौरान एक टीचर उसे प्रिंसिपल के पास ले गई, जहां उसे डांटा-फटकारा गया और उसकी उत्तर पुस्तिका भी बदल दी गई। इससे वह मानसिक रूप से आहत हो गई और परीक्षा पूरी नहीं कर सकी।
पुलिस के अनुसार, छात्रा जब घर पहुंची तो गुमसुम थी और उसने खाना भी नहीं खाया। मां ने उससे बात करने की कोशिश की, लेकिन उसने कुछ नहीं कहा। परिजनों का कहना है कि शाम को वे खाटूश्यामजी जाने की योजना बना रहे थे, इसी कारण पूजा सामग्री लेने के लिए बाजार गए। जब वे लौटे तो घर का मुख्य दरवाजा अंदर से बंद मिला।
परिजन जब दरवाजा खोलने लगे तो वह नहीं खुला। धक्का देकर दरवाजा खोला तो देखा कि बेटी फंदे पर झूल रही थी और छोटा बेटा कमरे में बंद था। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। घटना की सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की।
थानाधिकारी राजेंद्र गोदारा ने बताया कि इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली गई है और गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस स्कूल प्रशासन और संबंधित शिक्षकों से पूछताछ कर रही है। साथ ही छात्रा की उत्तर पुस्तिका को भी जांच के लिए मंगवाया गया है, ताकि यह पता चल सके कि उसे परीक्षा में फेल करने या अन्य किसी कारण से मानसिक दबाव में लाया गया था या नहीं।
परिजन इस मामले में स्कूल प्रशासन पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।