राजस्थान सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और नए चिकित्सा संस्थानों की स्थापना के लिए बड़े कदम उठाए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने विधानसभा में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (मांग संख्या-27) एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग (मांग संख्या-28) पर हुई बहस के दौरान जानकारी दी।
25,000 पदों पर भर्ती पूरी, 26,000 पदों पर प्रक्रिया जारी
129 एफआरयू (First Referral Unit) को किया क्रियाशील
"मा योजना" के तहत बजट और पैकेज में वृद्धि
इंटर-स्टेट पोर्टेबिलिटी जल्द लागू होगी
मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना का बजट बढ़ाकर ₹2111 करोड़
11,655 स्वास्थ्य केंद्रों को ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ बनाया
नए मेडिकल कॉलेजों के लिए ₹16,276 करोड़ के निवेश प्रस्ताव
राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (RUHS) के लिए ₹ 700 करोड़ का बजट
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि वर्तमान सरकार ने एक साल में 25,000 पदों पर भर्ती की है। इसके अतिरिक्त, 26,501 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है, जो इसी वर्ष पूरी होने की संभावना है। पूर्ववर्ती सरकार के पूरे 5 सालों में मात्र 27,490 भर्तियां ही हुई थीं।
पूर्ववर्ती सरकार द्वारा चलाई जा रही चिरंजीवी योजना में केवल 1806 पैकेज थे, जबकि 'मा योजना' में 2370 पैकेज जोड़े गए हैं। इस योजना में बजट को ₹3500 करोड़ कर दिया गया है, जिससे आमजन को अधिक सुविधाएं मिल सकेंगी।
अगले दो महीनों में "मा योजना" की इंटर-स्टेट पोर्टेबिलिटी लागू कर दी जाएगी। राजस्थान के नागरिक दूसरे राज्यों में जाकर इस योजना के तहत इलाज करवा सकेंगे।अन्य राज्यों के लोग भी राजस्थान में "मा योजना" के तहत चिकित्सा सुविधाएं ले सकेंगे।
129 एफआरयू को किया क्रियाशील
पहले केवल 87 एफआरयू ही कार्यरत थे, लेकिन वर्तमान सरकार ने 129 एफआरयू (First Referral Unit) को क्रियाशील कर दिया। इसी तरह, ट्रॉमा सेंटर में भी आवश्यक स्टाफ और संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
सरकार ने 11,655 स्वास्थ्य केंद्रों को 'आयुष्मान आरोग्य मंदिर' के रूप में विकसित किया है। इन केंद्रों पर 12 प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। टेलीमेडिसिन, योगा और वैलनेस केंद्रों की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
सरकार राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट के तहत 16,276 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त कर चुकी है। इससे नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना होगी। चिकित्सा शिक्षा को आधुनिक बनाया जाएगा।
1243 बेड, 20 ऑपरेशन थिएटर, 100 ओपीडी काउंटर
4 कैथ लैब, हेलीपैड सहित अन्य अत्याधुनिक सुविधाएं
राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (RUHS) को एम्स की तरह विकसित करने के लिए ₹700 करोड़ का बजट दिया गया है।
इसमें गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी और नेफ्रोलॉजी जैसी विशेषज्ञ सेवाएं जल्द शुरू होंगी।
पूर्ववर्ती सरकार ने इस योजना के लिए ₹ 1668 करोड़ का बजट दिया था, जिसे अब ₹ 2111 करोड़ कर दिया गया।